अहमदाबाद। हार्दिक पटेल 2 जून को बीजेपी में शामिल होंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गुजरात के मुख्यमंत्री और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की मौजूदगी में हार्दिक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करेंगे। कांग्रेस छोड़ने के कुछ दिनों बाद पटेल के भाजपा में शामिल होने का निर्णय महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि यह गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले है। पश्चिमी राज्य में इस साल के अंत तक चुनाव होने की संभावना है। 18 मई को कांग्रेस छोड़ने के बाद से ही पटेल के भाजपा या आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थीं। 28 वर्षीय राजनेता ने अपने विदाई नोट में कांग्रेस नेतृत्व पर चुनावों के प्रति गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया।
18 मई को कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
हार्दिक पटेल ने 18 मई को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ-साथ पार्टी के प्राथमिक सदस्य के रूप में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। तब से अटकलें तेज थीं कि वह भाजपा में शामिल होंगे। एक दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मीडिया से कहा था कि वह शुक्रवार को अपने फैसले की घोषणा करेंगे। जिस दिन से हार्दिक ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, वह पार्टी पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी पाटीदार और गुजरात विरोधी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं की हरकत भी गुजरात विरोधी है। हार्दिक पटेल खासतौर पर गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा और जीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी को निशाना बनाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये नेता लोगों की भावनाओं का सम्मान नहीं कर रहे हैं।
सोमनाथ मंदिर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक एकता यात्रा का नेतृत्व करने जा रहे हैं: हार्दिक
शुक्रवार को अहमदाबाद में हार्दिक ने इस बाबत इशारा किया और यहां तक कि चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए। पटेल ने एक टीवी चैनल पर एक कार्यक्रम में संकेत दिया है कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं और पार्टी तय करेगी कि वह किस निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पटेल ने कहा कि वह सोमनाथ मंदिर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक एकता यात्रा का नेतृत्व करने जा रहे हैं।