अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की हवा हर दिन बदतर होती जा रही है। सोमवार को यहाँ एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से अधिक था। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर गंभीर चिंता जताई है। दिल्ली में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 का पालन न करने के मामले पर सुनवाई के दौरान जस्टिस अभय ओक और जस्टिस मनमोहन की पीठ ने कहा की वायु प्रदुषण सिर्फ दिल्ली नहीं, देशव्यापी समस्या है। केंद्र सर्कार उन शहरों की सूचि दे, जहाँ वायु प्रदुषण ज़्यादा है। कोर्ट ने सरकार से पूछा की क्या दिल्ली – एनसीआर की तर्ज पर अन्य प्रदूषित शहरों में भी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( सीएक्सयुएम) जैसी कोई व्यवस्था की जा सकती है? शीर्ष कोर्ट ने नवंबर में ग्रेप ( ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान ) उपायों को लागू करने और प्रदुषण पर अंकुश लगाने में विफल होने पर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा की 19 दिसंबर को अगली सुनवाई में दिल्ली के मुख्य सचिव खुद पेश होकर जवाब दें। वरना अवमानना का केस चलाएंगे। सोमवार को दिल्ली के 37 स्टेशनो में से 25 में एक्सयुआई रीडिंग 400 से ज़्यादा थी। इसके बाद सीएक्सयुएम की उप समिति ने आपात बैठक बुलाकर दिल्ली – एनसीआर में ग्रेप – 4 के प्रतिबन्ध लागू कर दिए।