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भोपाल में पंचायत सचिव को ₹20 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा, बोरदा के सरपंच की भी होगी जांच

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, भोपाल। राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचारी सचिव को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मामला राजधानी की ग्राम पंचायत बोरदा कोलार का है। जहां पर एक सफाई कर्मी से ₹40 हजार की रिश्वत नौकरी लगाने के नाम पर मांगी गई थी। दरअसल बोरदा ग्राम पंचायत के सचिव भगवान सिंह ने भोपाल के वार्ड 83 रहने वाले बृजेश थावली से पंचायत में सफाई कर्मी की नौकरी लगाने के नाम पर ₹40 की रिश्वत मांगी थी, लेकिन सफाई कर्मी यह रुपए नहीं दे पाया तो उसने सरपंच से बोल कर उसे 14 दिन के अंदर नौकरी से हटवा दिया। और कहा कि दोबारा नौकरी करना है तो रुपए देना होंगे।

भोपाल लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार सफाई कर्मी बृजेश छावली की पुनः नियुक्ति के लिए सचिव ने ₹40000 की रिश्वत मांगी थी। इससे परेशान होकर बृजेश ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस में की। जिसके बाद लोकायुक्त ने जांच करते हुए शिकायत को सही पाया और आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार करने की योजना बनाई। लोकायुक्त ने फरियादी से कहा कि सचिव से कहना कि तुम रिश्वत देने के लिए तैयार हो। इसके बाद लोकायुक्त ने फरियादी के माध्यम से न्यू मार्केट गेम इन इंडिया के पास आरोपी को रिश्वत लेने के लिए बुलाया।

20 हजार रुपये की रिश्वत लेते पंचायत सचिव रंगे हाथ गिरफ्तार भोपाल की कोलार तहसील में ग्राम पंचायत बोरदा का सचिव भगवान सिंह रिश्वत लेने के लिए न्यू मार्केट के पास स्थित गेमन इंडिया के सामने पहुंचा। फरियादी बृजेश थावली ने जैसे ही ₹20 हजार पंचायत सचिव को दिए, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने भगवान सिंह को ₹20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त की टीम की टीम को देखकर पंचायत सचिव पसीने से तरबतर हो गया। टीम ने उसके हाथों को पानी से भरे गिलास में डूबाएं। जहां उसके हाथों से रंग छूट गया। मामला सही पाए जाने पर लोकायत की टीम ने आगे की कार्रवाई की।

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लोकायुक्त निरीक्षक रजनी तिवारी ने दी जानकारी भोपाल लोकायुक्त निरीक्षक नदी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत बोरदा के सचिव भगवान सिंह को आज गेमन इंडिया के सामने ₹20000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। उस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण की कार्रवाई की जा रही है। घटना में सरपंच की भूमिका की जांच भी की जाएगी। फिलहाल सरपंच से संपर्क नहीं हो पाया है।

जल संसाधन विभाग का अधिकारी भी रिश्वत लेते हुआ था ट्रैप भोपाल के कोलार में पदस्थ जल संसाधन विभाग के इलेक्ट्रिक ब्रांच में स्थापना प्रभारी जेके पिल्लई को पिछले दिनों ही ₹20 की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। अधिकारी ने ईपीएफ का पैसा पास कराने के नाम पर मृतक कर्मचारी के बेटे से ₹40 की रिश्वत मांगी थी। इतना ही नहीं सदी कारी ने पर यदि को कई महीनों तक परेशान भी किया। जबकि फरियादी की मृतक ना उसी डिपार्टमेंट में काम करती थी। इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई करते हुए उसे ₹20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।