विश्वकप में भारत की हार से नाराज वीरेंद्र सहवाग, बोले- अगले विश्वकप में 2-3 चेहरे नजर नहीं आने चाहिए
Rohit Sharma Virendra Sehwag: विश्वकप के सेमीफाइनल में जिस तरह से भारतीय शीर्ष बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके उसको लेकर पूर्व क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग ने टीम पर जमकर नाराजगी जाहिर की है। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि अगर शीर्ष के बल्लेबाज 12 ओवर में सिर्फ 82 रन बनाएंगे तो बाकी के बल्लेबाजों से आप निर्भीक खेल की कैसे उम्मीद कर सकते हैं। आखिर कैसे आप उनसे उम्मीद कर सकते हैं कि वह 8 ओवर में 100 रन बना दें, यह ठीक नहीं है। एडिलेड पर औसत स्कोर 150-160 का है और आपने उतने रन बनाए, लेकिन उस खास दिन आपको कुछ बेहतर करना होता है। इस मैच को 150-160 के स्कोर से नहीं जीता जा सकता था। आप सिर्फ गेंदबाजों को दोषी करार नहीं दे सकते हैं।
रोहित शर्मा पहले जैसे कप्तान नजर नहीं आए आज रोहित शर्मा वो रोहित शर्मा नजर नहीं आए जो रोहित शर्मा पहले कप्तानी करते थे। आज उनको भी पहली बार दबाव महसूस हुआ, उन्होंने भी वो बदलाव किए, अक्षर पटेल को पॉवर प्ले में लेकर आए, मोहम्मद शामी से गेंदबाजी नहीं कराई, अर्शदीप सिंह से दूसरा ओवर नहीं कराया। भूवी ने पहला ओवर डाला तो कीपर ऊपर रखकर डाला। बहुत सारी चीजें रोहित शर्मा ने भी बतौर कप्तान ठीक नहीं की हैं। हम कहते हैं कि वह विश्व के बेस्ट कैप्टन हैं, आईपीएल के बेस्ट कैप्टन हैं। लेकिन उन्होंने भी चीजें ठीक नहीं की।सहवाग ने कहा कि बतौर कप्तान जब आपके ऊपर दबाव आता है तो आप इस तरह के बदलाव करते हैं, जो खतरनाक हो जाती है।
बड़े खिलाड़ियों को कहना होगा थैंक्यू वेरी मच वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि भारत में हर द्वीपक्षीय सीरीज जीतते हैं लेकिन उन द्वीपक्षीय सीरीज में आपके टॉप के खिलाड़ी खेलते नहीं हैं, वो ब्रेक ले लेते हैं, नए खिलाड़ी सीरीज जीत जाते हैं। ऐसे में उन्हीं खिलाड़ियों को यहां भी मौका देना चाहिए, यहां भी वो जीत लेंगे। वो निर्भीक होकर खेलते हैं, फिर वह ईशान किशन हों, पृथ्वी शॉ हों, गायकवाड़ हों, सैमसन हों, ये भी खिलाड़ी हैं, ये भी खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को जो ब्रेक दिया है, वो न्यूजीलैंड में जाएंगे, अच्छा खेलते हैं और सीरीज जीतकर आते हैं तो उनका क्या। एक बार फिर से सीनियर खिलाड़ी टीम में आ जाएंगे कहेंगे आप खेल लिए अच्छा है, अब हम वापस आ गए हैं, आप बाहर बैठिए। आखिर इन सीनियर खिलाड़ियों पर भी तो कोई दबाव होना चाहिए कि वो लड़के रन बना रहे हैं, तुम रन बनाओ नहीं तो तुम्हारा भी थैंक्यू वेरी मच होने वाला है।
अगले विश्वकप में 2-3 चेहरे नजर नहीं आने चाहिए वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि टीम में मैं बदलाव चाहता हूं, मैं चाहता हूं कि अगले विश्वकप में 2-3 चेहरे नजर नहीं आने चाहिए। 2007 में भी कुछ ऐसा ही हुआ था, इतने साल से खेलते हुए खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया गया था। नए लड़कों से किसी को उम्मीद नहीं थी और वो विश्वकप जीतकर आए थे। हम चाहेंगे कि अगले विश्वकप में भी कुछ ऐसा हो। भविष्य के लिए जब हम आज सोचेंगे तो आज की टीम तैयार होगी। कुछ सीनियर खिलाड़ियों को टीम में नहीं लेना चाहिए। चयनकर्ताओं को इस तरह का फैसला लेना चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये सेलेक्टर्स तबतक रहेंगे, अगले विश्वकप तक।