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रूस में घटी ऐतिहासिक घटना, खदान में हीरे के अंदर मिला हीरा

रूस में साइबेरिया की एक खदान से हीरे के अंदर से हीरा मिला है. रूस की खदान कंपनी अलरोसा पीजेएससी ने ये जानकारी शुक्रवार को दी. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि ये हीरा 80 करोड़ साल से ज्यादा पुराना हो सकता है. इसे रूस की गुड़िया मैट्रीओशाका का नाम दिया गया है. इस पारंपरिक गुड़िया के अंदर छोटी गुड़िया होती है. जानकारों के मुताबिक ये इतिहास की पहली ऐसी घटना है.

इस हीरे का वजन 0.62 कैरेट बताया जा रहा है. अंदर मिले हीरे का वजन 0.02 कैरेट है. अलरोसा कंपनी के रिसर्च ऐंड डेवेलपमेंट जियोलॉजिकल इंटरप्राइज के अधिकारी ओलेग कोवलचक ने बताया कि ‘जहां तक हमारी जानकारी है, पूरी दुनिया में हीरा खनन के इतिहास में ऐसा पहले नहीं हुआ है. यह प्रकृति की अनोखी रचना है.’

ये हीरा साइबेरिया में यकुशिया के न्यूरबा खदान से निकाला गया. याकुत्स्क डायमंड एंटरप्राइज ने इस पत्थर की कीमत आंकी और जांच के लिए रिसर्च एंड डेवेलपमेंट जियोलॉजिकल इंटरप्राइज के पास भेजा. वहां वैज्ञानिकों ने एक्सरे माइक्रोटोमोग्राफी और स्पेक्ट्रोस्कोपी जैसे तरीकों से इसकी जांच की. कंपनी की तैयारी इस हीरे को आगे की जांच के लिए अमेरिका के जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट भेजने की है.

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