अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर: छत्तीसगढ़ का पहला इन्क्यूबेशन सेंटर 36 आईएनसी जो सिटी सेंटर मॉल के 3rd फ्लोर में 2018 में लांच किया गया था, जिसे पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा था। उसका हाल 6 साल बाद काफी दयनीय स्तिथि पर आ गया है। जब इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था उस समय यह एरिया वाइज देश का दूसरा सबसे बड़ा इन्क्यूबेशन सेंटर था। शुरुआती समय में यहाँ पर 127 रजिस्टर्ड कंपनियां थी , आज इसकी संख्या मात्र 25 हो गयी है, उसमे से भी कई स्टार्टअप के सीईओ ने अपना काम कहीं और शिफ्ट करने की बात की है।
2023 में कोलकाता के आरडीबी ग्रुप ने इसे खरीद लिया था। सेंटर वालों ने 2020 से इसका किराया जो की 2 करोड़ तक पहुँच गया है, अभी तक नहीं भरा है। जिसके चलते ग्रुप के लोगों ने सेंटर में काम कर रहे लोगों के लिए ज़रुरत की चीज़ें जैसे पानी, वीई – फाई , सर्वर , सीसीटीवी और लिफ्ट की सुविधा बंद कर दी है। इसके शुरुआती समय में आईआईएम् के प्रोफेसर राजीव राय को यहाँ का सीईओ बनाया गया था। 2019 जून में वे छोड़कर चले गए थे। तब से चिप्स के एडिशनल सीईओ को यहाँ का प्रभारी बना दिया गया। उसी समय कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई जिससे स्टार्टअप का हाल बेहाल हो गया। राज्य सरकार ने इस बार स्टार्टअप के लिए 9 करोड़ का बजट निकाला है लेकिन अभी तक उसे इन्क्यूबेशन सेंटर के लिए मुहैया नहीं कराया गया है।