राजस्थान में सीमा से लगते 90 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी गांवों को विपरीत परिस्थिति में खाली करने को तैयार रहने के लिए भी कहा गया है
भारत-पाक सीमा पर इन दिनों हाई अलर्ट की स्थिति है और इस तनाव को देखते हुए भी सीमावर्ती गांवों के लोग भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आ रहे हैं. सीमा पर स्थित गांवों में आर्मी पहुंची है तथा विपरीत परिस्थिति में गांवों को खाली करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है.
जैसलमेर में इन दिनों हाई अलर्ट है और बार्डर स्थित गांवों में सेना के अधिकारी जा रहे हैं. उन्होंने ग्रामीणों को हर परिस्थिति में तैयार रहने के लिए कहा है. साथ ही सीमा से लगते 90 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी गांवों को विपरीत परिस्थिति में खाली करने के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा गया है.
सीमावर्ती गांव तनोट के सरपंच डॉक्टर अशोक कुमार ने बताया की सेना के अधिकारी उनके पास आए थे तथा उनसे अलर्ट पर रहने, हर संदिग्ध व्यक्ति पर नज़र रखने, अंजान की सूचना सेना को देने तथा सेना की हर संभव मदद की बात कही है. साथ ही अगर युद्ध की स्थिति बनती है तो गांव को खाली करके रामगढ़ कस्बे में चले जाने के लिए भी तैयार रहने के लिए निर्देशित किया गया है.
सरपंच कहते हैं की उन्होंने 1965 और 1971 की लड़ाई के वक्त भी ऐसी स्थिति के बारे में सुना था. हम हर परिस्थिति में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं तथा हर परिस्थिति से निपटने के लिए हर ग्राम वासी अपने आपको तैयार किए हुआ खड़ा है. डॉक्टर अशोक कुमार, सरपंच, ग्राम पंचायत तनोट