मौत का दूसरा नाम है ये 5 दवाईयां, विदेशों में है बैन लेकिन भारत में हो रही धड़ल्ले से इस्तेमाल…
आज हम आपको पांच ऐसी दवाईओं के बारे में बता रहे हैं जो मौत का दूसरा नाम है. हालाँकि ये दवाईयां विदेशों में बैन है लेकिन भारत के लोग धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. आप सभी जानते हैं जब भी कोई इन्सान बीमार होता है और डॉक्टर जो भी दवाईयां देता है वो खाता है. लेकिन कभी कभी ये दवाईयां आपके लिए नुक्सानदायक भी हो सकती है. आज हम जिस पांच दवाईयों के बारे में बताने वाले हैं उसके बारे में आप सब जानते होंगे. तो चलिए जानते हैं उन 5 दवाईयों के बारे में जो मौत का दूसरा नाम है.
1. डिस्प्रिन: जब भी किसी व्यक्ति को सर दर्द होता है तो लोग इस दवाई को खाते हैं. बहुत से लोग डॉक्टर से बिना पूछे भी इस दावा का इस्तेमाल करते हैं. यह दवाई विदेशों में बैन और भारत के लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. इस दवाई के खाने के गंभीर साइड-इफ़ेक्ट हैं.
2. डी-कोल्ड: यह दवाईयां आम तौर पर सर्दी से बचने के लिए किया जाता है. लेकिन यह दवाई के बहुत से साइड-इफ़ेक्ट हैं. इन दवाईयों के इस्तेमाल से किडनी की समस्या हो सकती है.
3. विक्स: यह दवाई तो हर कोई जानता है. जब भी किसी को सर्दी हो या गले मेंखरास हो तो वोविक्स की दवाईयां जरुर खाता है.
4. निमेसुलाइड: यह एक कॉमन पैन किलर दवाई है. जब भी कोई भी दर्द हो तो लोग इस दवाई को खाते हैं.इस दवाई के साइड-इफ़ेक्ट के रूप में लीवर को डैमेज करना है.
5. मेटफोर्मिन: जब भी किसी को डाईबिटिज या बीपी जैसी समस्या होती है तो लोग इस दवा का इस्तेमाल करते हैं. यह दवाई भी विदेशों में बैन किये गये हैं क्यूंकि इस दवाई के भी साइड-इफ़ेक्ट हैं.