बिल्हौर (कानपुर)। चौबेपुर के हुलासपुर गांव में एक किसान के कटहल के बगीचे में बेमौसम बड़े-बड़े फल आने से क्षेत्र में कौतूहल है। पेड़ों पर लगे कटहल के फल अपने सीजन की तरह ही पूरी तरह दिनप्रतिदिन बढ़ रहे हैं। हुलासपुर गांव निवासी इंद्रपाल सिंह ने अपने कटहल के पेड़ों को दिखाते हुए बताया कि उनके पिता भारत सिंह ने करीब 15 साल पहले कटहल का बगीचा लगाया था। कई पेड़ों में कभी फल नहीं आए थे। इसके बाद उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों की मदद से कई प्रकार की खाद डाली तो पेड़ बेमौसम ही फलदार हो गए हैं। आमतौर पर कटहल का सीजन मार्च से माई माह तक होता है। लेकिन अक्तूबर में भी पेड़ में लगातार फूल और फल आ रहे हैं। देखने वालों का तांता लगा है।
इंद्रपाल के मुताबिक, बेमौसम कटहल देखने, खाने, अचार आदि रखने में जस का तस है और स्वाद में भी कोई अंतर नहीं है। इस संबंध में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के उद्यान विभाग के विज्ञानी डॉ. वीके त्रिपाठी का कहना है कि यह जलवायु परिवर्तन का प्रभाव है। इसके अलावा हारमोंस का भी प्रभाव हो सकता है।