भारतीय वायुसेना के मिराज विमानों द्वारा आज मंगलवार की तड़के पाकिस्तान के अंदर घुसकर जिन आतंकी ठिकानों पर बमबारी की, वह बम जबलपुर स्थित आयुध निर्माणी (ओएफके) में बना है. यह बम काफी शक्तिशाली माना जाता है और इसका निर्माण पिछले कई सालों से यहां पर किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकी हमले के बाद लगातार इस बात की मांग पूरे देश में उठती रही है कि पाकिस्तान को पुरजोर जवाब दिया जाए. अंतत: मंगलवार की तड़के जब लोग गहरी नींद में थे, उस समय भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन गरजे और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. ऐसा माना जा रहा है कि इसमें करीब 300 से अधिक आतंकी मारे गए हैं. वहीं एयरफोर्स के मिराज विमानों ने जिन थाउजेंड पाउंडर बमों से दुश्मनों को मारा है, वे जबलपुर की खमरिया फैक्ट्री में बनाए गए हैं. इससे जबलपुर एक बार फिर देश की सुरक्षा में अपना अहम योगदान देने वाला साबित हुआ है.
जबलपुर में बना है थाउजेंड पाउंडर बम
आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत करने वाले थाउजेंड पाउंडर बमों को निर्माण पिछले 12 वर्षों से ओएफके में किया जा रहा है. इसके निर्माण से लेकर इसके खोल की ढलाई तक का काम जबलपुर में ही हो रहा है. जानकारी के अनुसार इस बम में 200 से 250 किलो बारूद भरा जाता है., जो मजबूत से मजबूत बंकरों को भी तबाह करने की क्षमता रखता है.
जबलपुर में आयुध निर्माणियों के कर्मियों में जश्न
एयर स्ट्राइक के बाद जबलपुर फैक्ट्री के सभी कर्मचारी जो प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से इसे बनाने वाले बहुत खुश नजर आ रहे हैं. कर्मचारी संगठनों ने कहा कि वे देश के लिए काम करते हैं और उनकी मेहनत तब सफल होती है, जब दुश्मनों को उनके बनाए बमों से नाश होता है.