अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, अंबिकापुर /सूरजपुर । शासकीय विभाग में अलग अलग पदों पर नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर चार ग्रामीण महिला पुरुषों से करीब साढ़े तीन लाख रुपये व एक मोटर साइकिल की ठगी करने के मामले में नईदुनिया में प्रकाशित खबर के बाद हरकत में आई कोतवाली पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बता दें कि उक्त ठगी के शिकार चारों पीड़ितों का आरोप था कि ओड़गी थाना क्षेत्र के ग्राम धरसेड़ी निवासी ओमप्रकाश यादव ने नौकरी लगाने के नाम पर उनके साथ अभी की वारदात को अंजाम दिया है। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अगस्तपुर की रहने वाली सुमित्रा राजवाड़े पति बबलु शंकर राजवाड़े ने पुलिस थाना सूरजपुर एवं एसपी कार्यालय में की गई शिकायत में बताया कि वह बेरोजगार महिला है। नवंबर 2021 में गांव के ही आजाद शेखर चौधरी ने उसके घर आकर कहा था कि तुम नौकरी की तलाश में हो। मेरा खास दोस्त ओम प्रकाश यादव धरसेड़ी ओड़गी में रहता है। उसका साला रायपुर मंत्रालय में है। वह तुम्हारी नौकरी लगा देगा। उसके बाद ओम प्रकाश यादव उसके घर आया और बोला कि वह साढ़े तीन लाख रुपए में उसकी नौकरी महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर लगवा देगा।
उसके झांसे में आकर उसने चार जनवरी 2022 से लेकर आगामी दिनों में फोन पे व नगदी के माध्यम से उसे दो लाख रुपये दे चुकी है। उसके बाद मई 2022 में ओम प्रकाश यादव ने उसे एक नियुक्ति पत्र ला कर दिया और कहा कि उसकी नौकरी महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर लग गई है। वह इस नियुक्ति पत्र को दिखाकर रायपुर में जॉइनिंग ले ले। उसके बाद रायपुर जाने पर उसे पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। उसका आरोप है कि आरोपित ओम प्रकाश यादव ने छलपूर्वक दस्तखत करा कर बैंक से उसके नाम पर बुलेट मोटरसाइकिल भी निकाल ली है। इसी प्रकार आरोपित ओमप्रकाश यादव ने स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़गी में नौकरी लगाने का सौदा भटगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दुग्गा में रहने वाली मनीषा पति संत कुमार राजवाड़े से दो लाख में कर उससे एडवांस बतौर 32 हजार रुपये लिया था। उसके बाद उसने कहा था कि जॉइनिंग के समय शेष राशि देनी होगी। आरोपित ओम प्रकाश यादव ने पांच अप्रैल 2022 को उसको बोला कि तुम्हारी नियुक्ति स्वामी आत्मानंद काफी उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हो गई है और उसने उसे नियुक्ति पत्र भी दिया।
दो और को भी बनाया था ठगी का शिकार-
इसके बाद पता चला कि आरोपित ओम प्रकाश यादव ने अन्य दो ग्रामीणों को भी ठगी का बनाया है। आरोपित ने कोरिया जिले के ग्राम बरदिया निवासी सत्यनारायण राजवाड़े पिता गोविंद राम राजवाड़े से तीन लाख रुपये में वन विभाग में फारस्ट गार्ड की नौकरी लगाने का सौदा किया। इसी क्रम में आरोपित ने कोरिया जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ओड़गी निवासी जगनारायण राजवाड़े पिता शिवचरण राजवाड़े से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी लगाने के लिए चार लाख रुपये में सौदा किया। अप्रेल 2022 में बतौर एडवांस 50 हजार रुपये लिया। उसके बाद उसने उसे भी छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल कार्यालय से जारी नियुक्ति पत्र प्रदान किया। सभी नियुक्ति पत्र फर्जी निकला और ठगी के शिकार हो गए।
मामले में डेढ़ माह बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने को लेकर नईदुनिया ने बीते 14 जुलाई के अंक में डेढ़ महीने बाद भी लाखों की ठगी के आरोपित को नहीं पकड़ पाई पुलिस शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया था। इसे गंभीरता से लेते हुए सूरजपुर एसपी इंदिरा कल्याण एलीसेना ने कोतवाली पुलिस को तत्काल गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए थे। नईदुनिया में प्रकाशित खबर के बाद हरकत में आई कोतवाली पुलिस ने बीते 24 मई को दर्ज धोखाधड़ी के अपराध में आरोपित ओमप्रकाश यादव पिता दीनबंधु यादव 25 वर्ष निवासी ग्राम धरसेड़ी ओड़गी व आजाद शेखर चौधरी पिता स्वर्गीय जगदीश चौधरी 30 वर्ष निवासी ग्राम अगस्तपुर सूरजपुर को धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में सूरजपुर जेल भेज दिया गया।