राजस्थान के सवाई माधोपुर में चंबल नदी में नहाने गए एक 12 वर्षीय लड़के को मगरमच्छ ने पानी में खींच लिया. सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद भी बच्चे का अभी तक कोई पता नहीं चला है. वहीं, इस घटना से घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. कहा जा रहा है कि बच्चा अपने तीन दोस्तों के साथ नदी में नहाने गया था. जब मगरमच्छ बच्चे को खींच कर गहरे पानी में ले जाने लगा तो उसके दोस्तों ने बचाने की भरपूर कोशिश की पर उन लोगों का जलीय प्राणी के सामने कुछ नहीं चला.
जानकारी के मुताबिक, मामला सवाई माधोपुर स्थित खंडार उपखंड क्षेत्र का है. खटकड़ निवासी 12 वर्षीय खुशीराम अपने तीन दोस्तों के साथ चम्बल किनारे बने घाट पर नहाने गया था. उसके तीन दोस्त अपनी मस्ती में चम्बल में नहा रहे थे, तभी एक मगरमच्छ ने खुशीराम का पैर पकड़ लिया. मगरमच्छ ने जैसे ही खुशीराम का पैर अपने मजबूत जबड़ों में जकड़ा वैसे ही खुशीराम जोर-जोर से चिल्लाने लगा. तभी साथ में नहा रहे तीनों दोस्तों ने खुशीराम का हाथ पकड़ लिया और पूरी ताकत के साथ उसे बाहर खींचना शुरू कर दिया. मगर तीनों बच्चे मगरमच्छ की मजबूत पकड़ से खुशीराम को नहीं छुड़ा पाए. खुशीराम को बचाने के लिए तीनों बच्चों ने करीब 10 मिनट तक अपनी पूरी ताकत के साथ उसे मगरमच्छ के चंगुल से छुड़ाकर बाहर खींचने का प्रयास किया, लेकिन तीनों चाहकर भी मगरमच्छ की मजबूत पकड़ के आगे कुछ नहीं कर सके. फिर, मगरमच्छ खुशीराम को गहरे पानी में लेकर चला गया. इसके बाद तीनों बच्चों ने गांव में जाकर ग्रामीणों को सारी घटना बताई.
खुशीराम की तलाश शुरू की गई
घटना की जानकारी मिलने के साथ ही खुशीराम के परिजन सहित सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और चम्बल में खुशीराम की तलाश शुरू की गई. इस दौरान सूचना मिलने पर खंडार थाना पुलिस व एसडीएम भी मौके पर पहुंचे गए. इसके बाद एनडीआरएफ टीम बुलाई गई और चम्बल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. कई घंटों तक सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद भी खुशीराम के शव का कहीं कोई पता नहीं चला. रात होने की वजह से फिलहाल सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया. आज एक बार फिर सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा. वहीं, बालक खुशीराम के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.