इस मंहगाई के वक्त में अपना बिजनेस शुरु करना बहुत मुश्किल हो गया है. लेकिन मोदी सरकार आपको कम पैसों में अच्छा बिजनेस करने का मौका दे रही है. दरअसल, प्याज और टमाटर की कीमतों में हो रही बंपर बढ़ोतरी पर लगाम लगाने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है. जिनमें टमाटर प्यूरी बेचना भी शामिल है. दरअसल, उपभोक्ता मंत्रालय ने इस योजना यानी टमाटर प्यूरी बेचने की स्कीम शुरु की है. जिसके तहत कोई भी आम आदमी कम पैसे खर्च कर अच्छा बिजनेस शुरु कर सकता है. जिसमें आपको सिर्फ दो लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे. यही नहीं इसमें केंद्र सरकार आपकी मदद करेगी यानी आपको पूरे दो लाख रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
कैसे शुरु करें अपना बिजनेस
अगर आप भी टोमैटो सॉस का बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो ये आपके लिए बेहतर विकल्प है. बता दें कि टोमैटो सॉस की डिमांड हर समय ज्यादातर घरों, होटल-रेस्टोरेंट में रहती है. हालांकि मार्केट में मौजूद पॉपुलर ब्रांड के साथ कई तरह के लोकल ब्रांड भी मौजूद हैं. अगर लोकल ब्रांड की भी क्वालिटी अच्छी है तो डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में यह बिजनेस शुरू करना एक अच्छा आइडिया साबित हो सकता है.
इसके लिए सरकार भी आपकी मदद कर रही है. इस बिजनेस को शुरु करने के लिए आपको 1.95 लाख रुपये खर्च करना होगा. जिसमें टर्म लोन 1.50 लाख रुपये होगा. वर्किंग कैपिटल लोन 4.36 लाख रुपये होगा. यह लोन मुद्रा योजना के तहत किसी भी बैंक से आसानी से हो जाएगा.
अगर मुनाफे की बात करें तो इस योजना के तहत आप टोमेटो केचप का बिजनेस शुरू करना होगा. जिसमें करीब 7.82 लाख रुपये का खर्च आएगा. जिसमें फिक्स्ड कैपिटल 2 लाख रुपये है. वहीं 5.82 लाख रुपये में टमाटर, रॉ-मटेरियल, इन्ग्रेडिएंट, काम करने वालों की सैलरी, पैंकिंग, टेलिफोन, रेंट आदि का खर्च भी शामिल है. इस तरह आपको 7.82 लाख रुपये के निवेश में जो एस्टीमेट है, उस लिहाज से सालाना टर्नओवर 28.80 लाख रुपये हो सकता है.
वहीं कास्ट ऑफ प्रोडक्शन पर सालाना 24.22 लाख रुपये खर्च आएगा. जिसमें नेट प्रॉफिट 4.58 लाख रुपये सालाना होगा. यानी आपको हर महीने करीब 40 हजार रुपये प्रॉफिट होगा. अब बात आती है मुद्रा योजना के तहत लोन लेने की तो आपको ये लॉन किसी भी सरकारी या बैंक की शाखा से मिल जाएगा. इसके लिए यहां आपको आवेदन करना होगा. इसके लिए आपको मकान के मालिकाना हक या किराये के दस्तावेज, काम से जुड़ी जानकारी, आधार, पैन नंबर सहित कई अन्य दस्तावेज देने होंगे. बैंक मैनेजर वेरिफिकेशन के बाद लोन मंजूर कर देगा.