सुपेबेड़ा में लगातार हो रही मौतों पर पूर्व में भाजपा सरकार घेरे में थी, अब कांग्रेस सरकार। मौजूदा दौर में खुद राज्यपाल अनुसइया उइके दौरे पर जाने वाली हैं, यही वजह है कि सरकार के मुखिया सीएम भूपेश बघेल ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने सभी किडनी पीड़ितों को तत्काल इलाज मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं तो स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पूरे प्रकरण पर नजर रखे हुए हैं।
दो अक्टूबर को स्वास्थ्य मंत्री सुपेबेड़ा गए थे। वहां उन्होंने विशेषज्ञ एमडी चिकित्सक की नियुक्ति की घोषणा की थी। इस पर त्वरित अमल करते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा देवभोग में एमडी मेडीसिन की पदस्थापना कर दी गई है। रायपुर के डीकेएस अस्पताल और एम्स में भी सुपेबेडा के मरीजों के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था करवा दी गई है।
पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर और एम्स के विशेषज्ञों द्वारा 19 अक्टूबर को सुपेबेड़ा में एक दिवसीय विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में दोनों अस्पतालों के विशेषज्ञ वहां क्रॉनिकल किडनी डिसीज की विशेष जांच करेंगे। एम्स के निदेशक, किडनी विशेषज्ञ, एमडी मेडीसिन और अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा शिविर में विशेष रूप से मौजूद रहकर प्रभावितों की जांच की जाएगी।
किडनी संबंधी खून जांच और डायबिटीज आदि की भी जांच की सुविधा जिला अस्पताल एवं देवभोग स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराई जा रही है।स्वास्थ्य मंत्री ने सुपेबेड़ा सहित छह गांवों में किडनी रोग पर आधारित स्क्रीनिंग प्रारंभ की गई है।
इससे रोगियों को समय पर चिन्हित कर उचित सलाह एवं उपचार दिया जा सकेगा। सुपेबेड़ा में मेडिकल मोबाइल क्लीनिक के माध्यम से चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा भी हर सप्ताह सेवाएं दी जा रही है। गौरतलब है कि 10-11 साल में 65 से अधिक जानें जा चुकी हैं।