छत्तीसगढ़ में दर्जनों पेड़ इस वजह से काट दिए गए क्योंकि उस जगह पर गार्डन बनाया जाएगा। पेड़ों की बली देकर यह गार्डन बिलासपुर जिले के ग्राम पंचायत लुतरा शरीफ में बनाने की तैयारी है। खास बात यह है कि जिस जगह पर धड़ल्ले से कटाई की जा रही है वहां 50 साल पहले इन पेड़ों को पौधों की शक्ल में वन विभाग ने ही लगाया था। हरियाली फैलाने के मकसद से लगाए इन पौधों को पेड़ बनने के बाद काट दिया गया। पार्क बनाने के लिए शासन की ओर से 1 करोड़ 20 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
सबूत मिटाने जड़ों को उखाड़ा मिट्टी से भर दिए गड्ढे
- जब पेड़ों की कटाई की मीडिया ने तस्वीरें लेनी शुरू की तो अफसरों ने अपनी अक्ल लगाई। काटे गए पेड़ो के बचे हुए ठूंठ जड़ सहित खोदकर निकलवा दिए गए। जड़ निकालने से हुए गड्ढों में बाहर से मिट्टी डलवाकर फिलिंग करा दी गई। इससे पहले भी पेड़ों को काटने की बात आई थी। तब इस संभाग के कमिश्नर सोनमणि बोरा ने पेड़ों को काटे जाने का विरोध किया था। अब डीएफओ इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। नर्सरी में कटाई करा रहे अधिकारियों ने कह दिया बड़े अधिकारियों के निर्देश पर यह काम हो रहा है।
- पेड़ों की कटाई के बाद वन विभाग ही यहां पार्क बनाएगा। विकास कार्य के लिए विभाग को 40 लाख रुपये की पहली क़िश्त मिल चुकी है। वन विभाग के अफसर सोंठी तेरस राम कुर्रे औश्र वन रक्षक हफीज खान ने 16 अक्टूबर को यहां भूमिपूजन किया फिर इसके अगले दिन से दलबल के साथ नर्सरी के हरे-भरे पेड़ों की कटाई शुरू करा दी। जानकारी के मुताबिक जब गांव के सरपंच ने आवाज़ उठाने की कोशिश की तो ट्रेक्टर्स में भरकर इमारती लकड़ियां उन्हें तोहफे में दे दी गई।