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‘क्यों आपके अब्बू का एयरपोर्ट है क्या?’, अमित शाह को लेकर जमीयत उलेमा ए हिंद के बयान पर भड़के बीजेपी नेता, ट्वीट कर लगाई क्लास…

पश्चिम बंगाल के मंत्री और जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दिकउल्ला चौधरी ने रविवार को धमकी दी कि अगर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को फौरन वापस नहीं लिया गया तो जब भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोलकाता के दौरे पर आएंगे, तो उन्हें हवाईअड्डे से बाहर कदम नहीं रखने दिया जाएगा। जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के इस बयान पर बीजेपी नेता भड़क गए हैं। ट्विटर पर कई बीजेपी नेताओं ने जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की इस कथित धमकी की आलोचना की है। बीजेपी के दिल्ली के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा है, ”तुम्हारे अब्बू का एयरपोर्ट है क्या?” वहीं प्रशान्त पटेल उमराव ने लिखा, यह उनके प्रभाव और शक्ति का स्तर है। केरल में इसी तरह के दृश्य को लागू किया जा सकता है, कुचलने की जरूरत है।


मंत्री के इस बयान पर बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि चौधरी पहले भी ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मौन समर्थन’ से इस तरह का ‘भड़काऊ बयान’ दे चुके हैं। घोष ने कहा, ”राज्य का कोई मंत्री कैसे इस तरह धमकी दे सकता है? अगर उन्हें (शाह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को शहर में आने से रोका गया, तो उनका हाल सोचिये जो उससे (तृणमूल कांग्रेस) इत्तेफाक नहीं रखते? आग से खेलना बंद की कीजिये।” चौधरी ने कहा कि यह विवादित कानून मानवता और देश में ”बरसों से रह रहे” नागरिकों के खिलाफ है।


सीएए के विरोध में जमीयत-ए-हिंद की रैली में उन्होंने कहा, ”अगर जरूरत पड़ी तो हमलोग उन्हें (शाह को) शहर के हवाईअड्डे के बाहर कदम नहीं रखने देंगे। उन्हें रोकने के लिए हमलोग एक लाख लोग को वहां जमा कर सकते हैं।” राज्य के पुस्तकालय सेवा मंत्री ने दावा किया कि संगठन का प्रदर्शन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण होगा।

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उन्होंने कहा, ”हमलोग हिंसक प्रदर्शनों में यकीन नहीं करते हैं लेकिन निश्चित रूप से हमलोग सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का जी जान से विरोध करेंगे।” मंत्री ने कहा कि भाजपा को लोगों ने पहले ही नकार दिया है। उन्होंने कहा, ”कोलकाता समेत देश भर में हो रहे प्रदर्शनों को देखें।” चौधरी ने रानी रासमोनी एवेन्यू में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ”56 इंच के सीने” ने देश के लोगों को निराश किया है क्योंकि वह ”नफरत और विभाजन की राजनीति” कर रहे हैं। रैली में वक्ताओं ने सीएए और एनआरसी के विरोध में सड़कों पर उतरने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया।