WHO On Covid-19: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि हम ये अनुमान लगा सकते है कि दुनिया की 90 प्रतिशत आबादी में कोरोना वायरस का कुछ प्रतिरोध है। लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। अभी भी नया कोविड-19 का नया वैरिएंट फिर से उभर सकता है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि हमें अब भी पहले की तरह ही सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ऐसा हो सकता है कि कोई नया वैरिएंट ओमिक्रॉन जैसा आए।
टेड्रोस ने कहा, ”अब हम ये कह सकते हैं कि महामारी का इमरजेंसी फेज (आपातकालीन चरण) खत्म हो गया है लेकिन हम अभी वहां नहीं पहुंचे हैं, जहां चिंता मुक्त होकर रहा जाए।” डब्ल्यूएचओ के चीफ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा पिछले हफ्ते एक साल हुआ जब हमने ओमिक्रॉन को कोविड -19 महामारी का नया वैरिएंट बताया था। तब से ये दुनियाभर के कई देशों में फैला और डेल्टा वैरिएंट से अधिक खतरनाक साबित हुआ।
टेड्रोस ने कहा, “डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि दुनिया की कम से कम 90 प्रतिशत आबादी में अब SARS-CoV-2 के कुछ स्तर की इम्यूनिटी है। इसकी पहली वजह वैक्सीनेशन और दूसरी वजह एक बार कोविड से संक्रमित होना।” डब्ल्यूएचओ ने कहा, ”निगरानी, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन में लापरवाही वैरिएंट के नए प्रकार के उभरने के लिए एकदम सही स्थिति बना रहे हैं, जो मृत्यु दर का कारण बन सकता है।” टेड्रोस ने कहा कि पिछले हफ्ते को एक साल हो गया जब संगठन ने ओमिक्रॉन को कोविड -19 महामारी में चिंता के एक नए वैरिएंट के रूप में घोषित किया था. इसके बाद से यह दुनिया भर में फैल गया, जो अपने पहले वैरिएंट डेल्टा की तुलना में काफी अधिक संचरित साबित हुआ है।
लगभग 640 मिलियन रजिस्टर मामलों में देशों ने WHO को 6.6 मिलियन मौतों की सूचना दी है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी का कहना है कि यह एक बड़े पैमाने पर अंडरकाउंट होगा और सही टोल का अप्रतिबिंबित होगा। टेड्रोस ने कहा कि पिछले हफ्ते 8,500 से अधिक लोगों की कोरोना की वजह से जान गई, जो कोरोना महामारी के तीन साल होने के बाद भी स्वीकार्य नहीं है, जब हमारे पास संक्रमण को रोकने और जीवन बचाने के लिए बहुत सारे तरीके हैं।