अनादि न्यूज़ डॉट कॉम,रायपुर। 2018 लेकर 2023 तक लगातार रजिस्ट्री ऑफ़िस में शासन को करोड़ों रुपया का चूना लगाया गया बड़े बड़े बिल्डरों को और बड़ी कॉलोनी की योजना बनाने वाले बिल्डरों का भरपूर साथ भ्रष्ट अधिकारियों ने और कांग्रेस के नेता ने दिया जिसमें करोड़ रुपये का शासन को राजस्व की हानि हुई है आमासिवनी मोवा कचना अमलीडीह शंकर नगर में श्रीराम नगर महावीर नगर डूमरतराई जैसे आवासीय क्षेत्र जो डेवलप हुए ज़बरदस्त तरीक़े से जिनकी डिमांड बढ़ी है वहाँ पर नेताओं ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर पाँच साल तक जनता को धोखे में रखा गया।
कांग्रेस सरकार यह कहती रही रजिस्ट्री का रेट नहीं बढ़ाया जाएगा लेकिन लुटेरे और भ्रष्ट बिल्डरों को साथ ही आवासीय योजना वाले लुटेरे बिल्डरों को लाभ देने के लिए मात्र था उदाहरण के तौर पर मुख्य मार्ग का गेट और चर्चित महँगी आवासीय कॉलोनी का रेट ज़मीन आसमान का अंतर है। कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार कम से कम 3 हज़ार रुपया वर्ग मीटर का अंतर रखा गया इसी तरीक़े से आमासिवनी भी अंदर के मार्ग और मुख्य मार्ग का जो कलेक्टर गाइडलाइन दर है उससे आधा रेट बाहर से आए बड़े बिल्डर के आवासी प्रोजेक्ट को रखा गया है जिसमें सरकार को करोड़ों का राजस्व हानि हुई थी और हो रही है।
भ्रष्ट अधिकारी और भ्रष्ट नेता अपने 2 नंबर की रक़म आवासी प्रोजेक्ट में लगाए जा सके इसलिए रजिस्ट्री का रेट इस आवासीय प्रोजेक्ट के लिए कम रखा गया लेकिन इससे शासन को करोड़ों की नुकसान हो गया, इसमें बड़ा लेन देन का फायदा तत्कालीन सरकार के मंत्री से लेकर विधायक और भ्रष्ट नेताओं ने जमकर उठाया ,वीआइपी रोड शंकर नगर कचना के सभी आवासीय कॉलोनियों प्रोजेक्ट लाने वाले बिल्डरों को मनमाना उनके हिसाब से रजिस्ट्री कलेक्टर गाइडलाइन दर तय की गई पूरे खेल में कांग्रेस सरकार के बड़े मंत्री, बड़े नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री इस महाघोटाले के सम्पूर्ण ज़िम्मेदार होंगे।