दुनिया में एक बार फिर से कोरोना वायरस फैल रहा है. भारत में वैक्सीनेशन और टेस्टिंग पर फिर से तेजी दिखाई जा रही है. इस बीच एक स्टडी में कहा गया है कि कोरोना वायरस की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की तीसरी खुराक लक्षण वाली बीमारियों पर अधिक कारगर है. इसकी खुराक लेने वाले व्यक्ति को संक्रमित होने की स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने की कम जरूरत पड़ती है. यह फाइजर की एहतियाती खुराक की तुलना में अधिक सुरक्षा प्रदान करती है.
एक मई को प्रीप्रिंट रिपॉजिटरी मेडरक्सिव पर पोस्ट की गई स्टडी में एस्ट्राजेनेका (सीएचएडीओएक्स1-एस) कोविड-19 टीके की बूस्टर खुराक की प्रभावशीलता का आकलन किया गया, और इसकी तुलना फाइजर (बीएनटी162बी2) बूस्टर खुराक से मिलने वाली सुरक्षा से की गई.
ब्रिटेन स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी, लंदन के रिसर्चर्स ने 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वयस्कों के डेटा का विश्लेषण करके टीके की प्रभावशीलता का अनुमान लगाया, जिन्हें एस्ट्राजेनेका प्राथमिक टीका और या तो वहीं या फाइजर बूस्टर टीके की खुराक लगायी गई थी.