अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, शिवपुरी। कीचड़ के बीच जब ट्रक फंस गए तो मदद के लिए हाथी को लाया गया। हाथी ने धक्का देकर कीचड़ में फंसे ट्रकों को बाहर निकाला। मामला शिवपुरी के कोलारस इलाके का है। यहां सिख समाज के 300 लोग ठहरे हुए थे और उनके ट्रक कीचड़ में फंस गए थे जिसके बाद सिख समाज के लोगों ने अपने हाथी के मदद से अपने ट्रकों को कीचड़ से बाहर निकाला।
अमृतसर से आया था सिख समाज का जत्था
सिख समाज का 300 लोगों का जत्था अमृतसर से आया था और शिवपुरी के कोलारस इलाके में एक सेवादार के यहां रुका था। यह जत्था अमृतसर से महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए निकला था। कोलारस में सेवादार के यहां जब यह जत्था रुका तो बारिश हो गई और इनके ट्रक कीचड़ में फंस गए।
हाथी की मदद से ट्रकों को कीचड़ से निकाला
जब सिख समाज के ट्रक कीचड़ में फंस गए तो पहले सिख समाज के लोगों ने धक्का देकर ट्रकों को कीचड़ से निकालने का प्रयास किया लेकिन जब बात नहीं बनी तो हाथी की मदद ली गई और हाथी ने ट्रकों को धक्का लगा कर कीचड़ से बाहर निकाला।
सिख समाज के जत्थे में शामिल है हाथी और घोड़े
सिख समाज के जत्थे में ही सात घोड़े और एक हाथी शामिल है। जत्थे में शामिल गुरदेव सिंह ने बताया कि हाथी और घोड़े उनके साथ रहते हैं और जब भी कभी उनके ट्रक कीचड़ में फंस जाते हैं तो हाथी की मदद से उन ट्रकों को कीचड़ से बाहर निकाला जाता है, ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हो चुका है जब हाथी की मदद से कीचड़ में फंसे ट्रकों को बाहर निकाला गया है।
नांदेड़ में दशहरे के मौके पर दिखाए जाते हैं करतब
गुरदेव सिंह ने बताया कि सिख समाज का यह जत्था अमृतसर से महाराष्ट्र के नांदेड़ पहुंचेगा यहां पर हाथी और घोड़ों के साथ करतब दिखाए जाएंगे और उसके बाद वापस यह जत्था अमृतसर के लिए रवाना हो जाएगा, रास्ते में सेवादारों कि यहां यह जत्था रुकता है। शिवपुरी के कोलारस में भी यह जत्था सेवादार के रुका था और उसी दौरान बारिश होने की वजह से ट्रक कीचड़ में फंस गए थे।