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इस व्रत के प्रभाव से ही सुदामा की दरिद्रता का नाश हो गया ?

आज वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) है। वैशाख पूर्णिमा को सभी तिथियों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। मान्यता के मुताबिक वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुध का जन्म हुआ था, इसलिए वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा (Buddh Purnima) के नाम से भी जाना जाता है। वैशाख पूर्णिमा के दिन इस साल का पहला चंद्रग्रहण (Chandra Grahan) भी लगने जा रहा है। इस दिन भगवान विष्णु, भगवान चंद्रदेव और भगवान बुद्ध की पूजा का विधान है। हिंदू धर्म में महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना गया है।

वैसे तो पूर्णिमा हर महीने में आती है, लेकिन धर्म शास्त्र में वैशाख मास के पूर्णिमा का खास महात्म्य है। इस दिन को काफी शुभ माना जाता है। इन दिनों भगवान विष्णु का पसंदीदा महीना वैशाख चल रहा है। इस महीने में जगत के पालनहार भगवान नारायण की पूजा आधारना का विशेष महत्व है। ब्रह्मा जी ने वैशाख माह को सभी हिंदू महीनों में उत्तम कहा है। वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के भक्त अपने आराध्य की खास तरीके से पूजा अर्चना करते हैं। वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की भी पूजा आराधना की मान्यता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण के परम मित्र और सहपाठी सुदामा जब द्वारका में श्रीकृष्ण से मिलने आए तो भगवान ने उन्हें इस व्रत का महत्व बताया। इस व्रत के प्रभाव से ही सुदामा की दरिद्रता का नाश हो गया। वैशाख पूर्णिमा शुभ मुहूर्त बुद्ध पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त रविवार 15 मई को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर सोमवार 16 मई को 9 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। 16 मई को उदया तिथि के कारण वैशाख पूर्णिमा के सभी नियम, व्रत, पूजा सोमवार को ही किए जाएंगे।

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वैशाख पूर्णिमा के दिन जरूर करें ये काम – वैशाख पूर्णिमा का व्रत रख रहे तो इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें या ऐसा संभव न हो तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान करें। – स्नान करने के बाद घर के सबसे मेन गेट में हल्दी व चंदन से स्वास्तिक व ओम बना लें। इसे घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। – स्नान के बाद सूर्य के मंत्रों का जाप करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दें। – इसके बाद घर के मंदिर या पूजा स्थल पर दीपक जलाएं। – वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इससे हर मनोकामना पूरी होती है।