प्याज की कीमतों में तेजी का दौर अभी खत्म नहीं होने वाला है, लेकिन इसी बीच आम लोगों के लिए और बुरी खबर मिल सकती है. हमने आपको पहले ही बताया था कि पाम ऑयल की वजह से खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है. अब खबर आ रही है कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देशों का समूह ओपेक ने प्रोडक्शन को घटाने का फैसला लिया है.
5 लाख बैरल प्रतिदिन प्रोडक्शन कटौती करेगा ओपेक
सभी सदस्यों की बैठक में OPEC ने फैसला लिया है 5 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल के उत्पादन को कम किया जाएगा. ओपेक देशों ने यह फैसला कच्चे तेल के भाव में लगातार नरमी को देखते हुए लिया है. वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये का भाव और ओपेक के इस फैसला आम लोगों को एक बार फिर परेशान कर सकता है.
2 रुपये तक महंगा हो सकता है पेट्रोल-डीजल
केड़िया कमोडिटी के निदेशक अजय केड़िया ने बताया कि ओपेक के इस फैसले के बाद अगर कच्चे तेल के भाव में करीब 4 डॉलर प्रति बैरल तक की बढ़ोती होती है और डॉलर के मुकाबले रुपया में भी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है तो इससे भारत में पेट्रोल-डीजल के भाव पर असर पड़ सकता है. केड़िया का कहना है कि इससे देश में पेट्रोल—डीजल के भाव पर करीब 2 रुपये प्रति लीटर तक का असर पड़ सकता है.
अमेरिका बढ़ाएगा उत्पादन
हालांकि, उन्होंने बताया कि ओपेक देशों द्वारा प्रोडक्शन में कटौती किए जाने के बाद भी अमेरिका ने पहले ही घोषणा कर दिया है कि साल 2020 में वो प्रोडक्शन को बढ़ाएगा. ऐसे में कच्चे तेल के भाव पर कुछ खास असर नहीं देखने को मिलेगा. केड़िया ने बताया कि भू-राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो इससे भी कच्चे तेल के भाव पर असर पड़ेगा.