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अमेरिका के सबसे घातक F-35 फाइटर जेट में मिला चीनी ‘चुंबक’, घबराया पेंटागन, सभी व‍िमानों को डिलीवरी रोकी

F35 Aircraft: दुनिया के सबसे घातक विमानों में से एक अमेरिका के F-35 विमान की डिलीवरी को एक चुंबक के कारण रोकना पड़ गया है। F-35 एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल किया गया एक पुर्जा चीन से बन कर आया था। कंपनी ने आगे आकर इसकी जानकारी दी है। पेंटागन ने कहा है कि इससे कोई भी डेटा चोरी नहीं हुआ है।

हाइलाइट्स:

  • अमेरिका ने पाकिस्‍तान को एफ-16 फाइटर जेट के लिए 45 करोड़ डॉलर के उपकरणों की मंजूरी दी है
  • इन सैन्‍य उपकरणों की मदद से अब पाकिस्‍तान के ये घातक एफ-16 फाइटर जेट हवा में उड़ान भरते रहेंगे
  • माना जाता है कि एफ-16 फाइटर जेट की मदद से ही पाकिस्‍तान ने भारत के मिग-21 व‍िमान को मार गिराया था
वॉशिंगटन: अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने ट्रंप प्रशासन के फैसले को पलटते हुए पाकिस्‍तान को एफ-16 फाइटर जेट के लिए 45 करोड़ डॉलर के उपकरणों की खरीद को मंजूरी दे दी है। इन सैन्‍य उपकरणों की मदद से अब पाकिस्‍तान के ये घातक एफ-16 फाइटर जेट हवा में उड़ान भरते रहेंगे और जोरदार हमला कर सकते हैं। माना जाता है कि एफ-16 फाइटर जेट की मदद से ही पाकिस्‍तान ने भारत के मिग-21 व‍िमान को मार गिराया था। व‍िश्‍लेषकों का मानना है कि अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी पर हमले में मदद करने के बाद अब अमेरिका ने पाकिस्‍तान को यह तोहफा दिया है।
पाकिस्‍तानी मीडिया का कहना है कि सेना प्रमुख जनरल बाजवा अपने रिटायरमेंट से पहले अमेरिका की यात्रा भी कर सकते हैं। इस बीच अमेरिका के रक्षा मंत्रालय व‍िदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि इस प्रस्‍ताव‍ित बिक्री से दक्षिण एशिया में सैन्‍य संतुलन नहीं बिगड़ेगा। अमेरिका ने दावा किया है कि इस सैन्‍य मदद से एफ-16 व‍िमान काम करते रहेंगे। इससे पाकिस्‍तान वर्तमान और भव‍िष्‍य में होने वाले आतंकवाद के खतरों से आसानी से निपट सकेगा। साल 2018 में डोनाल्‍ड ट्रंप प्रशासन के सभी तरह के सैन्‍य मदद रोक देने के बाद अब बाइडन प्रशासन ने इस फैसले को पलट दिया है।
जवाहिरी की मौत पर अमेरिका का तोहफा!
साल 2018 ऐसा पहली बार है जब पाकिस्‍तान को अमेरिका से सैन्‍य मदद मिल रही है। इससे पहले ट्रंप ने आरोप लगाया था कि पाकिस्‍तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भागीदार नहीं रहा। अमेरिकी व‍िदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा कि अमेरिका सरकार ने संसद यानि कांग्रेस को पाकिस्‍तानी वायुसेना को इस सैन्‍य ब‍िक्री के बारे में बता दिया है। अमेरिका ने कहा कि पाकिस्‍तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक अहम भागीदार है। उसने कहा क‍ि एफ-16 प्रोग्राम द्विपक्षीय रिश्‍तों की एक अहम कड़ी है।

अमेरिकी संसद की ओर से जारी नोटिफ‍िकेशन में प्रस्‍ताव‍ित बिक्री के बारे में कहा गया है कि इसमें क‍िसी नई क्षमता या हथियार को शामिल नहीं किया गया है। उसने कहा कि पाकिस्‍तान ने एफ-16 बेड़े को जीवनदान देने के लिए अनुरोध किया था। अमेरिका ने यह बिक्री ऐसे समय पर की है जब उसने पाकिस्‍तान की मदद से अफगानिस्‍तान में घुसकर अलकायदा सरगना को मार गिराया है। पाकिस्‍तान ने अमेरिका को मदद देने का खंडन किया है लेकिन तालिबान ने कहा है कि यह पाकिस्‍तानी मदद से ही संभव हुआ है। पाकिस्‍तानी एफ-16 व‍िमान भारतीय वायुसेना के लिए भी बड़ा खतरा हैं। इन्‍ही फाइटर जेट ने भारतीय वायुसेना के व‍िंग कमांडर अभिनंदन के मिग-21 जेट को मार गिराया था।

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