अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, धर्म-दर्शन। Why Tulsi Plant kept outside?: तुलसी को मां का सम्मान प्राप्त है। सर्दी हो या गर्मी लोग तुलसी के पत्ते की चाय पीते हैं तो वहीं बहुत सारी सौंदर्य प्रसाधन की चीजों में तुलसी का प्रयोग होता है। धर्म के अनुसार तो तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय हैं और इसलिए जब तक उन्हें तुलसी के पत्ते पूजा में अर्पित नहीं किए जाते हैं। तब तक उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। वैसे तुलसी का हर पूजा में प्रयोग होता है लेकिन तुलसी का पौधा घर के आंगन या घर के बाहर या घर की बालकनी में ही लगाया जाता है, उसे घर के अंदर नहीं रखा जाता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों, जो पौधा इतना पावन है उसे घर के अंदर क्यों स्थान नहीं मिलता है? दरअसल मान्यतानुसार तुलसी के कारण घर में दैत्यशक्ति और नकारात्मक चीजें प्रवेश नहीं कर पाती हैं, यही कारण है कि तुलसी को प्रवेश द्वार या आंगन या बाहर रखा जाता है। जिससे घर पर आने वाली बालाएं किसी भी दिशा से प्रवेश ना कर पाएं।
यही नहीं तुलसी के पत्ते में बहुत सुंदर महक होती है, जिसकी वजह से घर का वातावरण शुद्ध रहता है, अगर पौधा घर के किसी कोने में रहेगा तो पूरे घर में उसकी महक नहीं पहुंच पाएगी। ये भी एक बहुत बड़ा कारण है तुलसी के पौधे को घर से बाहर लगाने का।तुलसी माता, भगवान विष्णु के अवतार शालिग्राम की पत्नी हैं। इसलिए जिस घर में मां तुलसी का वास होता है, उस घर में पति-पत्नी बहुत ज्यादा खुश रहते हैं। उनके बीच प्यार और भरोसा बना रहता है तो वहीं घर से कभी भी लक्ष्मी जी की कृपा कम नहीं होती हैं क्योंकि मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं।
तुलसी का पौधा वैसे पूर्व दिशा में लगाना चाहिए लेकिन अगर वहां नहीं लगा पा रहे हैं तो इसे उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। पौधा वहां लगाएं जहां उसे सीधे धूप मिले, पौधे के आसपास की जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए। तुलसी के पौधे को जल देना बहुत ज्यादा जरूरी है और सुबह-शाम तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाने से घर में कभी कोई बुरा साया नहीं आता है। घर में खुशहाली बनी रहती है और लोगों की सेहत भी बढ़िया रहती है।
इन मंत्रों से हमेशा करें मां तुलसी की पूजा
ॐ सुभद्राय नमः
ॐ सुप्रभाय नमः मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।