The Kerala Story controversy: ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म रिलीज से पहले से विवादों में घिरी हुई है। फिल्म को लेकर देश भर में बहस छिड़ गई है। कई दलों ने भी फिल्म का विरोध किया है। दरअसल, इस फिल्म के ट्रेलर में कहा गया है कि केरल से 32 हजार महिलाएं गायब हुईं और इनका धर्मांतरण कराया गया। सभी को सीरिया आतंकी गतिविधियों में शामिल किया गया। हालांकि, बुधवार को मेकर्स ने इंट्रोडक्शन में बदलाव किया है।
फिल्म के मेकर्स 32 हजार महिलाओं को तीन महिला कर दिया गया है।
लेकिन विवाद अब भी कम नहीं होता दिख रहा है। फिल्म रिलीज से पहले तमिलनाडु में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि फिल्म की रिलीज के साथ कुछ समूह विरोध प्रदर्शन और हंगामा कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखकर राज्य में अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि, कई संगठनों में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की थी। केरल हाईकोर्ट में फिल्म की स्क्रीनिंग को बैन करने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई थी। यहां तक कि मुस्लिम यूथ लीग की केरल राज्य समिति ने फिल्म के इंट्रोडक्शन में लिखे गए तथ्य को साबित करने वाले व्यक्ति के लिए 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा तक कर डाली थी।
लेकिन, अदालत ने फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। केरल में भी फिल्म पर रोक नहीं लगी गई है और यह 5 मई को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।केरल के मुख्यमंत्री पेनाराई विजयन ने भी ‘द केरल स्टोरी’ की आलोचना की है। उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्माद फैलाने का आरोप लगाया है।
बता दें कि फिल्म के विवाद पर प्रोड्यूसर विपुल शाह ने हाल ही में अपनी भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आज तक को दिए एक इंटरव्यू में विपुल शाह ने फिल्म की कहानी के बारे में बात करते हुए बताया कि, ये तीन लड़कियों की कहानी है। इसमें से एक अफगानिस्तान की जेल में है। एक ने खुदखुशी कर ली है। एक वो जो गैंगरेप होने के बाद अंडरग्राउंड है और फिल्म की हर एक लाइन सच्ची है।