छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे थे। भागवत के इस दौरे के बाद से हिंदुत्व और धर्मान्तरण जैसे मुद्दों पर सियासत गरमा गई है। दरअसल हिंदुत्व की पैरवी करते हुए भागवत ने छत्तीसगढ़ में आरएसएस कार्यकताओं को सम्बोधित करते हुए कहा था कि चालीस हजार वर्ष पूर्व भारत में सभी का DNA एक था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि 40 हजार साल पहले सबका डीएनए एक था, फिर नफरत क्यों?
आरएसएस प्रमुख के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने पूछा कि संघ प्रमुख एक खास विशेष के लोग ही क्यों बनते हैं। कभी कोई दलित-आदिवासी को भी आरएसएस प्रमुख बनाना चाहिए,लेकिन ऐसा नहीं किया जा है। बघेल ने कहा कि सेवादल की नकल करके RSS को बनाया गया है।आरएसएस जिस मुद्दे को आज उठा रही है, उसको कांग्रेस के लोग पहले उठा चुके हैं। बघेल ने कहा कि संघ कांग्रेस की नकल कर रही हैं। उनको बी बताना चाहिए ,कि इसमें नया क्या है।
इसके अलावा सीएम भूपेश बघेल ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आचार संहिता के उल्लंघन के कारण से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर को सरकारी दफ्तरों से हटाए जाने की चुनाव आयोग से मांग को मानसिक दिवालियापन बताते हुए कहा है कि आप वाले एक तरफ गांधी टोपी लगाकर चुनाव लड़ते हैं,वहीं पंजाब में सरकार बन जाने के बाद, गांधीजी की तस्वीर गायब करके सरदार वल्लभ भाई पटेल और भगत सिंह की फोटो लगाते हैं,वहीं नोटों में गणेश और लक्ष्मी की तस्वीर की मांग करते हैं। केजरीवाल के विचार किसके हैं, यह उनको पहले बताना चाहिए।