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RSS प्रमुख मोहन भागवत ने जूदेव की प्रतिमा का किया आवरण

छत्तीसगढ़ के जशपुर राजपरिवार के सदस्य स्व दिलीप सिंह जूदेव के निधन के 9 साल बाद आज उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने किया है। इसके अलावा संघ प्रमुख बिरसमुंडा की जयंती पर आयोजित जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस आयोजन में जूदेव परिवार के साथ-साथ हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

तीन दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने तीन दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जशपुर शहर के रणजीता स्टेडियम चौक में स्थापित पूर्व केंद्रीय मंत्री और जशपुर राजपरिवार के सदस्य स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर दिवंगत जूदेव की धर्मपत्नी माधवी सिंह जूदेव के साथ राजपरिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे। इसके अलावा ओडिसा और झारखंड के लोग भी बड़ी संख्या में जशपुर पहुंचे थे।

RSS प्रमुख ने सभा को किया सम्बोधित सके बाद जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर जशपुर पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत शहर के बिरसा मुंडा चौक पहुंचकर वीर क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद RRS प्रमुख जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए इस दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रामायण प्रसंग और पंचतंत्र की लघु कथाओं के माध्यम से उपस्थित समाज को अपनी सभ्यता, धर्म व संस्कारों के भावनाओं को गौरव के साथ जीवन में शामिल करने की आवश्यकता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जनजातीय जीवन पद्धति हमारे भारतीय जीवन पद्धति का मूल है।

बिरसा मुंडा ने हमें जीना सिखाया: मोहन भागवत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने करीब 30 मिनट तक भाषण दिया इस दौरान ने हिंदुत्व को बढ़ाने की बात कही। मोहन भागवत ने आगे कहा कि हमें अपने गौरव का चयन करना है। हमारे भोलेपन का लाभ उठाकर ठगने वाले लोगों से बचना है। हम मजबूत हैं तो कोई हमारा कुछ नहीं कर सकता। हमारे पास अपना गौरव है धर्म है अपना स्वाभिमान है स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव और बिरसा मुंडा ने बताया है कि हमे कैसे जीना है, वैसे ही दुनिया में अपना स्थान प्राप्त कर लेंगे। हमें अपने धर्म संस्कृति अपने देश के लिए निर्भय होकर चलना है।

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जूदेव का घर वासपी अभियान जनजाति गौरव का प्रतीक स्व. दिलीप सिंह जूदेव के साथ अपने कुछ पल को याद करते हुए। उन्होंने कहा कि जुदेव एक वीर प्रवृत्ति के निर्भय व्यक्ति थे। राजपाठ के बावजूद उनकी विनम्रता और अपने देश, समाज के संस्कृति के प्रति किया गया कार्य अनुकरणीय और अविस्मरणीय है। दिलीप सिंह जूदेव का घर वापसी अभियान जनजाति गौरव का प्रतीक है। ऐसी राष्ट्र व संस्कृति के प्रति प्रेम की भावना बिरसा मुंडा में भी थी।

9 साल बाद जूदेव की प्रतिमा का अनावरण आपको बता दें कि 2013 में स्व दिलीप सिंह जूदेव के देहांत के बाद प्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने जशपुर नगर और कुनकुरी में स्व जूदेव की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी। लेकिन 2017 में इसी सरकार के शासन काल में एक पत्र जारी कर प्रतिमा स्थापित होने में तकनीकी दिक्कत बताकर प्रतिमा स्थापित करने से इंकार कर दिया था। शासन का यह लेटर सोशल मीडिया में आते ही जूदेव समर्थको ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। चंद्रपुर के तात्कालीन विधायक व स्व दिलीप सिंह जूदेव के बेटे स्व युद्धवीर सिंह जूदेव को भी सोशल मीडिया में इस बात को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी पड़ गई थी। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए जशपुर जिला प्रशासन ने चौक पर प्रतिमा स्थापित करने से मना कर दिया। इसके बाद 2020 में कोरोना के कारण प्रतिमा का आवरण कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।

यह सभी नेता व अतिथि रहे मौजूद संघ प्रमुख की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम से भाजपा नेताओं को दूर रखा गया कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र खराड़ी, प्रांतीय संघ चालक पूर्णेन्दु सक्सेना संगठन मंत्री पवन साय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व सांसद नंदकुमार साय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, ननकीराम कंवर, अमर अग्रवाल , स्व दिलीप सिंह जूदेव की पत्नी माधवी सिंह, पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव मौजूद रहे। मंच पर जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष गणेश राम भगत उपस्थित थे ।

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