Rishi Sunak के PM बनने पर महबूबा ने उठाया अल्पसंख्यकों का मुद्दा, कुमार विश्वास बोले- सही बात बुआ
Rishi Sunak भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटिश पीएम बनने पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रतिक्रिया है। उन्होंने देश में अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाते हुए भारत सरकार पर तंज कसा। अब महबूबा मुफ्ती के इस तंज पर पूर्व आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। यही नहीं महबूबा ने अपने ट्वीट में सीएए और एनआरसी का भी मुद्दा उठाया।
महबूबा ने लिखी ये बात
दरअसल मंगलवार को महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘गर्व की बात है कि ऋषि सुनक के रूप में यूके में पहला पहला भारतीय मूल का पीएम होगा। भारत इसका जश्न मना रहा है लेकिन हमें यह भी याद रखना होगा कि एक तरफ ब्रिटेन ने अल्पसंख्यक समुदाय के एक सदस्य को अपने प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार किया। तो वहीं दूसरी तरफ, भारत अभी भी एनआरसी और सीएए जैसे विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण कानूनों में उलझा है’।
कुमार विश्वास ने किया पलटवार
महबूबा मुफ्ती के इस ट्वीट पर तंज कसते हुए कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर रहा कि, ‘ सही बात है बुआ, भारत ने तो डॉ. जाकिर हुसैन, फखरुद्दीन अली अहमद, डॉ. मनमोहन सिंह, डॉ. कलाम साहब जैसे ढेर सारे अल्पसंख्यक भारतीयों के नेतृत्व में खूब प्रगति की है, अब आपको भी जम्मू-कश्मीर में जबरन अल्पसंख्यक बनाए गए धर्म का मुख्यमंत्री बनाने के प्रयास प्रारंभ करने चाहिये।
रविशंकर प्रसाद ने भी महबूबा पर साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी महबूबा मुफ्ती के ट्वीट पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ‘ऋषि सुनक के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने पर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर टिप्पणी करने वाला महबूबा मुफ्ती का ट्वीट देखा। मुफ्ती जी, क्या आप जम्मू-कश्मीर में एक अल्पसंख्यक को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करेंगी? कृपया साफ ढंग से उत्तर दें।’
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, ‘ऋषि सुनक के ब्रिटिश पीएम चुने जाने के बाद कुछ नेता बहुसंख्यकवाद के खिलाफ बहुत सक्रिय हो गए हैं। उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम की असाधारण प्रेसिडेंसी, 10 वर्षों तक पीएम रहने वाले मनमोहन सिंह के बारे में संजीदगी से याद दिला रहा हूं। साथ ही एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू अब हमारी राष्ट्रपति हैं।’
मार्कण्डेय काट्जू ने भी महबूबा के ट्वीट पर दी प्रतिक्रिया
जस्टिस (रिटायर्ड) मार्कण्डेय काट्जू ने भी महबूबा मुफ्ती के ट्वीट पर टिप्पणी की और लिखा, ‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं। महत्वपूर्ण यह है कि मंदी से जूझती ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए उनके पास क्या प्लान है। यह देखना ज्यादा महत्वपूर्ण होगा।’