Rewa News : TRS कॉलेज के 3 पूर्व प्राचार्य पहुंचे सलाखों के पीछे, साडे 4 करोड़ के घोटाला का आरोप
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम। TRS College News: शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में हुए करोड़ों रूपये के घोटाले के आरोप में महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ला, पूर्व प्राचार्य एसयू खान और पूर्व प्राचार्य डॉ सत्येन्द्र शर्मा को रीवा न्यायालय के विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ने 10 दिन की न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल रीवा भेज दिए गए है।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारी प्रवीण चर्तुवेदी ने पत्रकारों को इस सबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में परिश्रमिक एवं मानदेय में करोड़ों रूपये के घोटाला का मामला उजागर हुआ था और इसकी जांच की गई, जिसमें अब तक 19 लोगो का नाम सामने आ चुका है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसमें जांच की पहली चार्ज सीट 28 अक्टूबर को रीवा के विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की आदालत में पेश की गई। इस पर 3 पूर्व प्राचार्यो को जेल भेजा गया है।
अब तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके तहत ठाकुर रणमत सिंह कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ला पर एक करोड़ 39 लाख रूपये, पूर्व प्राचार्य एसयू खान पर 50 लाख और पूर्व प्राचार्य डॉ सत्येन्द्र शर्मा पर 40 लाख एवं रूपये का घोटाला किए जाने का मामला दर्ज है। इसके अलावा महाविद्यालय के अन्य प्रोफेसर सहित स्टाफ पर भी परिश्रमिक और मानदेय में घोटाला किए जाने का अपराध ईओडब्ल्यू ने दर्ज किए है।
महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य व अन्य लोगों द्वारा महाविद्यालय में आर्थिक गड़बड़ी किए जाने का मामला काफी पहले से उठ रहा था। जिस पर कलेक्टर द्वारा टीम बनाकर जांच कराई गई थी। इस जांच दल ने भी यह पाया था कि महाविद्यालय में आर्थिक अनियमितताएं हुई हैं. तथा मानदेय, यात्रा भत्ता, पारिश्रमिक आदि में गड़बड़ी कर करोड़ों की राशि आहरण कर खुद के अकाउंट में ट्रांसफर की गई है।
महाविद्यालय में हुई वित्तीय अनियमितता को लेकर पहली चार्जशीट तैयार कर 3 के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया था। जिसमें तकरीबन चार करोड़ रुपये से अधिक घोटाले का मामला उजागर हुआ था। इसके अलावा भ्रष्टाचार के कई अन्य मामले भी इनके खिलाफ दर्ज किए गए हैं। सूत्रों का दावा है की आने वाले समय में इन सभी पर 20 करोड़ रुपये से अधिक राशि के घोटाला किए जाने का खुलासा हो सकता है।
3 पूर्व प्राचार्यों सहित 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसमें तत्कालीन प्राचार्य रामलला शुक्ल, डॉ. कल्पना अग्रवाल, डॉ. संजय सिंह, डॉ. संजय शंकर मिश्रा, डॉ. अवध प्रताप शुक्ला, डॉ. एसएन पाण्डेय, डॉ. आरएन तिवारी, डॉ. आरपी चतुर्वेदी, डॉ. सुशील कुमार, आरके धुर्वे, डॉ. एचडी गुप्ता, श्रमिक प्रियंका मिश्रा, तत्कालीन प्राचार्य डॉ. एसयू खान, तत्कालीन प्राचार्य डॉ. सतेन्द्र शर्मा सहित परीक्षा नियंत्रक अजय शंकर पाण्डेय, प्रभात प्रजापति, भृत्य रामप्रकाश चतुर्वेदी सहित तत्कालीन लेखापाल का नाम शामिल है। जिनमें से 3 पुराने प्राचार्य को जेल भेजा गया है।