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Pariksha Pe Charcha 2023 : पीएम मोदी ने छात्रों को दिया मंत्र, बोले- नकल से नहीं बन सकती जिंदगी

Pariksha Pe Charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खास कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ का आयोजन आज (27 जनवरी) सुबह करीब 11 बजे दिल्ली के तालकटोरा स्टेडिम में किया जाएगा। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत करेंगे। पीएम मोदी शुक्रवार को तालकटोरी स्टेडियम पहुंचे और छात्रों द्वारा बनाई गई प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। इसके बाद पीएम मोदी ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 6वें संस्करण में बच्चों से बात करेंगे।

बता दें, परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में करीब 200 छात्र और शिक्षक शामिल होंगे। इनमें कला उत्सव प्रतियोगिता के लगभग 80 विनर्स और देश भर के 102 छात्र और शिक्षक शामिल हैं। इसके अलावा, देशभर के छात्र, शिक्षक और अभिभावक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पीएम मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ देश सकते हैं। परीक्षा पे चर्चा अपने तरह का एक अनोखा कार्यक्रम है, जिसका आयोजन हर साल बोर्ड परीक्षा से पहले किया जाता है।

इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी, छात्रों के मन से बोर्ड परीक्षा का डर निकालने और बेहतर तैयारी के गुर बताएंगे। तो वहीं, परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में बोलके हुए शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। बच्चों पर जो अभिभावक, शिक्षक और समाज का दवाब रहता है, उसको समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस दुविधा को स्वयं हमारे बीच समाधान देने के लिए उपस्थित हुए हैं। ‘परीक्षा पे चर्चा 2023’ के छठे संस्करण के दौरान पीएम मोदी ने दिल्ली में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।

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यह मेरी भी परीक्षा: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं… मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है। परिवारों को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह सिर्फ सामाजिक स्थिति बनाए रखने के लिए है, तो यह खतरनाक हो जाता है। उन्होंने कहा कि पैरेंट्स अपने बच्‍चों के बारे में बाहर जाकर बड़ी बड़ी बातें कर देते हैं, और फिर बच्‍चों से वैसी ही उम्‍मीद करते हैं। ऐसे में क्‍या हमें इन दवाबों से दबना चाहिए क्‍या? दिनभर जो कहा जाता है, उसी को सुनते रहेंगे या अपने अंदर झांकेंगे?

कठिन विषय को पढ़े सबसे पहले

क्रिकेट में स्‍टेडियम में लोग चौका, छक्‍का चिल्‍लाते रहते है, तो क्‍या खिलाड़ी पब्लिक की डिमांड पर चौके छक्‍के लगाता है? खिलाड़ी केवल गेंद पर ध्‍यान देता है। उन्होंने कहा कि हम अपने पसंद की चीज में ही अपना सबसे ज्‍यादा समय बिताते हैं। फिर जो विषय छूट जाते हैं उनका भार बढ़ता जाता है। ऐसे में सबसे कठिन विषय को सबसे पहले और उसके ठीक बाद सबसे पसंद का विषय। ऐसे ही एक के बाद एक पसंद और नापसंद के विषयों को समय दें।

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की2018 में शुरुआत हुई थी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, परीक्षा पे चर्चा के कार्यक्रम की शुरुआत साल 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी की थी, जिसमें पीएम मोदी देश के बच्चों, शिक्षकों और माता-पिता व अभिभावकों से रूबरू होते हैं। इस साल 38 लाख से अधिक छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, जो पिछले साल से दोगुने से भी अधिक हैं। काम करने से मिलता है संतोष पीएम ने कहा कि सिर्फ परीक्षा के लिए नहीं वैसे भी जीवन में हमे समय के प्रबंधन के प्रति जागरूक रहना चाहिए। काम का ढेर इसलिए हो जाता है क्योंकि समय पर उसे नहीं किया। काम करने की कभी थकान नहीं होती, काम करने से संतोष होता है। काम ना करने से थकान होती है कि इतना काम बचा है।

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नकल से नहीं बन सकती जिंदगी: PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अक्सर मेहनती बच्चों को चिंता रहती है कि मैं मेहनत करता हूं और कुछ लोग चोरी कर अपना काम कर लेते हैं। ये जो मूल्यों में बदलाव आया है ये सामज के लिए खतरनाक है। अब जिंगदी बदल चुकी है जगत बहुत बदल चुका है। आज हर कदम पर परीक्षा देनी पड़ती है। नकल से जिंदगी नहीं बन सकती है।