कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार को एक ऑटो-रिक्शा में विस्फोट हुआ था। जिसमें शामिल आरोपी की पहचान कर ली गई, जिसके घर रविवार को छापेमारी हुई। इस दौरान बम निरोधक दस्ता भी मौके पर मौजूद रहा। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच से ये संकेत मिल रहे कि ये आतंकी संगठन की करतूत थी और संदिग्ध का आतंकियों से संबंध है।
आइए जानते हैं इस घटना से जुड़ी कुछ अहम बातें-
- ऑटो-रिक्शा विस्फोट में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति के घर की तलाशी ली गयी। विस्फोट में घायल शारिक अस्पताल में है। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि आतंकियों से उसके संबंध हैं।
- ऑटो के अंदर एक जला हुआ प्रेशर कुकर मिला। पुलिस के मुताबिक ऑटो-रिक्शा में शारिक कम तीव्रता का इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस या आईईडी ले जा रहा था।
- पुलिस ने साफ कर दिया है कि ये लोगों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से किया गया आतंकी हमला है। ऐसे में उसी एंगल से केस दर्ज किया गया। केंद्रीय एजेंसियों की मदद से इसकी जांच की जा रही।
- शारिक की हालत गंभीर बनी हुई है। जिस वजह से उसका बयान नहीं दर्ज किया जा सका।
- आरोपी शारिक के पास एक आधार कार्ड बरामद हुआ, जो उसका नहीं है। वो कार्ड हुबली निवासी प्रेमराज हुतगी का है। वो तुमकुरु स्टेशन में ट्रैक मेंटेनर के रूप में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका कार्ड खो गया था, जिस पर उन्होंने दूसरा बनवा लिया।
- पुलिस के मुताबिक आधार कार्ड और अन्य चीजों को देखने से ये लग रहा कि शारिक कुछ बड़ा प्लान कर रहा था, लेकिन अभी तक ये पता नहीं चल पाया कि वो क्या है। वहीं कर्नाटक के डीजीपी ने कहा कि कोयम्बटूर में जो विस्फोट हुआ था, उसमें शारिक के संबंध से इनकार नहीं किया जा सकता।
- डीजीपी के मुताबिक शारिक कर्नाटक से है और पिछले कुछ महीनों में उसने कई अन्य राज्यों की यात्रा की। जिसमें कोयम्बटूर का नाम भी शामिल है।
- पुलिस ने रविवार को मैसूरु से करीब 13 किमी दूर स्थित मदाहल्ली में शारिक के किराए के घर की तलाशी ली। इलाके में बम निरोधक दस्ता भी तैनात किया गया है। उसने पिछले महीने एक कमरे का मकान लिया था। उसने मकान मालिक को ये बताया था कि वो मोबाइल मरम्मत की ट्रेनिंग लेने के लिए आया है।
- ये भी जानकारी मिली है कि आरोपी ने कोयम्बटूर से एक सिम कार्ड लिया था, जो उसके नाम पर नहीं था। उसकी डिटेल निकलवाने पर उन जगहों का पता चल गया, जहां पर वो गया था।