Magh Purnima 2023: रवि पुष्य और आयुष्मान योग के साथ होगा माघ स्नान का समापन, इस बार बन रहा है महासंयोग
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, धर्म दर्शन। 5 फरवरी 2023 रविवार को माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र माघ मास का समापन हो जाएगा। इसके साथ ही जो लोग पूरे मास माघ स्नान कर रहे थे वे इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान, तर्पण आदि कर्म करेंगे। जिन लोगों ने पूरे मास माघ स्नान नहीं किया है वे भी पूर्णिमा के एक दिन पवित्र नदियों के जल से स्नान करके अपने शुभ पुण्य कर्मो में वृद्धि कर सकते हैं। माघ पूर्णिमा के दिन पुष्य नक्षत्र और आयुष्मान योग होने के कारण यह दिन विशेष महत्व वाला हो गया है। इस दिन रवि-पुष्य योग प्रात: 7.09 से दोपहर 12.14 तक रहेगा। इस प्रकार रवि-पुष्य का योग 5 घंटे 5 मिनट बनेगा।
5 घंटे 5 मिनट रवि-पुष्य
5 फरवरी को पूर्णिमा तिथि रात्रि 11 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। पुष्य नक्षत्र दोपहर 12 बजकर 14 मिनट तक और आयुष्मान योग दोपहर 2 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। इस दिन चंद्र स्वराशि कर्क में रहने से दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। 5 फरवरी को सूर्योदय प्रात: 7 बजकर 9 मिनट पर होने के कारण रवि-पुष्य का संयोग सूर्योदय से लेकर दोपहर 12.14 तक कुल 5 घंटे 5 मिनट तक रहेगा।
रवि-पुष्य में दान का विशेष महत्व
रवि-पुष्य के दिन स्वर्णाभूषण, चल-अचल संपत्ति खरीदने का तो महत्व है ही इस दिन दान-पुण्य करने से भी राजसूय यज्ञ के समान फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन गरीबों की सेवा करें, उन्हें भोजन, वस्त्र, दवाई, आवश्यकता का सामान भेंट करें। पशु-पक्षियों की सेवा करें। ब्राह्मणों का उचित सम्मान करके उन्हें भेंट, दक्षिणा प्रदान करें। इससे आपके पुण्य कर्मो का उदय होगा।
माघ स्नान के समापन पर क्या करें
जिन लोगों ने पूरे मास माघ स्नान किया है वे माघ पूर्णिमा के दिन अपने संकल्प की पूर्णाहुति करें। इसके लिए पवित्र नदियों में या पवित्र नदियों के जल से स्नान करने के बाद शुद्ध वस्त्र धारण करके अपने पूजा स्थान में बैठकर विधिवत भगवान सत्यनारायण का पूजन करें। संभव हो तो किसी ब्राह्मण पंडित को बुलाकर उससे पूजन प्रक्रिया करवाएं। हवन करवाएं। अपनी क्षमतानुसार ब्राह्मणों और कन्याओं को भोजन करवाकर उचित दान-दक्षिणा भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त करें। इससे आपके सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी।