Madhya Pradesh: कमलनाथ के सामने ‘बेवकूफ महिला ! मियां जी घोड़ी चढ़ें….पर थोड़ा नीचे भी देख लिया करें
अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, जबलपुर। कांग्रेस के आलाकमान के हलकों में एक तकियाकलाम बहुत प्रसिद्ध है, कि मियां जी घोड़ी चढ़ें…पर बीच-बीच में छोटे मुलाजिमों की तरफ देख भी लिया करें। इस तकिया कलाम का प्रयोग कभी अजय माकन ने दिल्ली की तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित के लिए किया, तो कभी सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के लिए। हम उतनी दूर की बात तो नहीं कर रहे, बात बहुत छोटी और गौर करने वाली है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के जबलपुर आगमन के दौरान पूर्व वित्तमंत्री और विधायक तरूण भनोत ने एक महिला कार्यकर्ता पर ऐसी टिप्पणी कर दी, जो गैरजरूरी थी।
कार्यकर्ताओं के दम पर मिली जीत:
भुला मत देना जबलपुर के नगर निगम में कांग्रेस ने 18 साल बाद सत्ता का सूखा खत्म किया है। कांग्रेस खुद कहती है कि इस सूखे को खत्म करने में जबलपुर के हजारों कार्यकर्ताओं ने खून पसीना खर्च किया है। कमलनाथ की जबलपुर में जबर्दस्त फैन फॉलोइंग रही है। ऐसे में किसी महिला कार्यकर्ता की यह ललक कि कमलनाथ के साथ एक फोटो खिंच जाए, कहीं से भी ओछी नहीं मानी जा सकती। लेकिन भनोत द्वारा सभी नेताओं और पत्रकारों के सामने उस महिला कार्यकर्ता की जिस तरह बेइज्जती की गई, वह उन्हें शोभा नहीं देता। तरूण भनोत ने महिला कार्यकर्ता का फोन खींचते हुए उसे बेवकूफ महिला कह दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल जमकर वायरल हो रहा है।
लखन ने दिखाई समझदारी पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने इस मौके पर समझदारी दिखाई। तरुण के पहले लखन ने महिला कार्यकर्ता की इच्छा भांप ली। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एक प्रेस फोटोग्राफर को तत्काल कहा कि उस महिला कार्यकर्ता की कमलनाथ के साथ फोटो क्लिक कर दो। लेकिन अपने आका के साथ बैठे आला तरूण भनोत को महिला कार्यकर्ता की गुस्ताखी बिल्कुल नागवार गुजरी। उन्होंने उसे सबके सामने बेवकूफ महिला कह दिया।
मीडिया गैलरी में भी दादागिरी !
बात यही ख़त्म नहीं हुई। मेयर और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह आयोजन स्थल में भी कुछ कांग्रेसियों का अमर्यादित आचरण देखने को मिला। उसका वीडयो भी वायरल हो रहा है। आयोजन के कवरेज के लिए प्रशासन ने मीडिया के लिए अलग जगह निर्धारित की थी। लेकिन कई कांग्रेसी मीडिया गैलरी में ही ठस गए। यहां तक सब कुछ ठीक था, लेकिन कवरेज के दौरान मंच कुछ कांग्रेसी मीडिया कर्मियों से ही बदतमीजी करने लगे। कहने लगे कि आप अपने कैमरे हटा लें, मंच में हो रहा कार्यक्रम नहीं दिख रहा।
बीजेपी बोली कांग्रेस असंस्कारी पार्टी:
बीजेपी ने इन मामलों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर बोले कि कांग्रेस असंस्कारी पार्टी है। कुछ दिनों पहले महिला राष्ट्रपति की शपथ के वक्त भी कांग्रेस का अमर्यादित आचरण पूरे देश ने देखा। ठाकुर ने कहा कि मेयर के शपथ ग्रहण में मीडिया का अपमान भी दुर्भाग्यपूर्ण है। महिलाओं के प्रति कांग्रेस की ऐसी भावनाओं से उनकी ओछी मानसिकता प्रदर्शित होती है।
करीब साल भर बाद ही हैं चुनाव:
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव ज्यादा से ज्यादा 15 या 16 माह बाद हो सकते हैं। यह वही समय होगा जब अपने जिल्लेलाही के खुदमुख्तार इन नेताओं को एक बार फिर अपने कार्यकर्ताओं की जरूरत पड़ना है। कांग्रेसियों में जीत का उत्साह है, होना भी चाहिए लेकिन यह इतना ज्यादा भी न हो जाए कि खुद कार्यकर्ता अपने इन रुबाबदार नेताओं से कहने लगें कि मियां जी घोड़ी चढ़ें तो चढ़ें….पर थोड़ा नीचे भी देख लिया करें।