सर्दियों के मौसम में एक उम्र के बाद खास कर बुजुर्ग लोगों के जोड़ों में दर्द होने लगता है। कई बार ये दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि लोगों का चलना फिरना भी मुश्किल हो जाता है। सर्दी के मौसम में तापमान में गिरावट आने के कारण जोड़ों की ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं। जिस कारण उस जगह पर खून का दबाव कम हो जाता है। इस कारण जोड़ों में अकड़न होने लगती है, और लोहों के जोड़ों में बेहीसाब दर्द होने लगता है। विंटर सीजन में दिल के पास खून की गर्माहट बनाए रखना जरूरी होता है। दिल के पास खून ठंडा होने पर शरीर के दूसरे अंगों में खून की कमी होने लगती है। ऐसे में स्किन के ठंडा होने पर आपको दर्द का असर ज्यादा होता है। लेकिन विंटर सीजन में कुछ टिप्स को फॉलो कर आप जोड़ों के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
डाइट में शामिल करें पौष्टिक आहार
सर्दी के मौसम में कई बार कमजोरी की वजह से भी जोड़ों का दर्द शुरू हो जाता है। ऐसे में आप अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखें। अपने खाने में जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स ही शामिल करें। एक बेलेंस डाइट आपको हेल्दी रखने के साथ आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। अगर आपके जोड़ों में ज्यादा दर्द रहता है, तो अपनी डाइट में कैल्शियम वाली चीजें जरूर शामिल करें। कैल्शियम की कमी से भी आपकी हड्डियां कमजोर होती हैं। आप अपनी डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ हरी पत्तेदार सब्जी, तिल, सोयाबीन और सूखे अंजीर भी अपनी डाइट में शामिल करें।
विटामिन डी भी जरूरी
हमारे शरीर को विटामिन डी की बहुत जरूरत होती है। अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए सन बाथ जरूर लें। सन बाथ से हमारे बॉडी की इम्युनिटी पावर भी बढ़ाती है। धूप में बैठने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है। जिस कारण जोड़ों के दर्द से भी आपको राहत मिलती है।
रोज करें एक्सरसाइज
सर्दी के मौसम में अक्सर सर्द हवाओं के कारण हड्डियां जाम हो जाती है। ऐसे में आप अपने ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने के लिए एक्सरसाइज या योग की मदद लें। रोजाना एक्सरसाइज करके आप अपने जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रख सकते हैं। अगर आप एक्सरसाइज करने से बचना चाहते हैं, तो कोशिश करें की रोजाना वॉकिंग, रनिंग करके भी अपने जोड़ों के दर्द से राहत पा सकते हैं। कई तरह के योगासन भी हैं, जो आपको जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने के साथ सर्दी में होने वाली कई तरह की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।