एक वक्त पर शिखर धवन को टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर्स की कैटेगरी में रखा जाता था। हिटमैन रोहित के साथ गब्बर की जोड़ी खूब जमती थी। फिर धीरे – धीरे शिखर टीम इंडिया से साइडलाइन होते चले गए। पहले रेड बॉल क्रिकेट से विदाई के बाद गब्बर को टी-20 वर्ल्ड कप टीम में भी शामिल नहीं किया गया। कई लोगों को लगने लगा कि शायद अब 36 वर्षीय शिखर के लिए टीम इंडिया में वापसी संभव नहीं होगी। इस बीच शिखर धवन को मेगा ऑक्शन से पहले दिल्ली कैपिटल्स ने भी रिटेन करना जरूरी नहीं समझा।
तमाम मुश्किल हालात के बीच पंजाब किंग्स के साथ नई शुरुआत करते हुए शिखर धवन इस सीजन अब तक खेले 11 मुकाबलों में 381 रन बना चुके हैं। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 88 रन रहा है। ICC टूर्नामेंट में खासकर धवन का बल्ला शिखर पर होता है। पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में टीम को ओपनिंग के दौरान शिखर की काफी कमी महसूस हुई थी।
शिखर धवन को टीम इंडिया के सबसे शांत खिलाड़ियों में गिना जाता है। कभी नहीं देखा गया है कि मुकाबले के दौरान वह विरोधी खिलाड़ियों से भिड़ जाएं। हालांकि, बचपन में वे ऐसे बिल्कुल नहीं थे। बचपन में जब शिखर शरारत करते थे तो मां उन्हें कमरे में बंद कर देतीं। शिखर कपड़े की रस्सी बनाकर खिड़की के रास्ते बाहर निकल जाते थे।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ईशान किशन का प्रदर्शन इस IPL सीजन में उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है। बाउंसर खेलने के दौरान ईशान खासे असहज नजर आए हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बाउंसी विकेट पर वह मुश्किलों का सामना कर सकते हैं। इसे देखते हुए चयनकर्ता ईशान के ऊपर गब्बर को प्राथमिकता दे सकते हैं।
IPL में हर बार धवन ने किया है दमदार प्रदर्शन
शिखर धवन उन खिलाड़ियों में रहे हैं, जिन्होंने कभी अपनी सफलता का शोर नहीं मचाया। उनके आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो एहसास होता है कि गब्बर ने IPL में खामोशी के साथ साल दर साल अपनी परफॉर्मेंस में सुधार किया है। साल 2016 से लेकर 2021 तक हर सीजन में शिखर ने लगभग 500 रन बनाए हैं।
इस मामले में वह टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा से कहीं आगे हैं। शिखर को जब लास्ट टाइम टी-20 वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया, तो वह साधारण दर्शक की तरह भारत – पाकिस्तान का मुकाबला देखने के लिए पहुंच गए।
धोनी के साथ ओपनिंग कर चुके हैं धवन
शिखर ने विकेटकीपर बैटर के तौर पर खेलना शुरू किया। दमदार प्रदर्शन के बूते पर अंडर-19 वर्ल्ड कप में 505 रन बनाने के बाद गब्बर ने रणजी ट्राफी खेली। इसके बाद उन्हें चैलेंजर टीम में चुन लिया गया। इस दौरान शिखर धवन और महेंद्र सिंह धोनी ने साथ मिलकर ओपनिंग की।
सीरीज के दूसरे मैच में शिखर और धोनी ने मिलकर 246 रन जोड़े। दोनों ही बल्लेबाजों ने शानदार शतक लगाया था। इस प्रदर्शन के बूते पर शिखर ने इंडिया ए टीम में जगह बनाई। शिखर मानते हैं कि सपने को कोई जादू सच्चाई में तब्दील नहीं कर सकता। इसके लिए संघर्ष जरूरी है।