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ICICI बैंक धोखाधड़ी मामला: CBI ने वीडियोकॉन के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को किया गिरफ्तार

ICICI बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है, जहां सोमवार को वीडियोकॉन कंपनी के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले इस केस में ही ICICI बैंक की पूर्व एमडी चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था। वैसे तो ये मामला करीब 10 साल पुराना है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इसकी जांच ने रफ्तार पकड़ी है।

आरोपों के मुताबिक जब चंदा कोचर के हाथ में ICICI बैंक की कमान थी, तो उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन दिया। इसके बदले में वीडियोकॉन ने चंदा कोचर के पति दीपक की कंपनी न्यू रिन्यूएबल में निवेश किया। जब तय वक्त पर वीडियोकॉन लोन नहीं चुका पाया, तो वो एनपीए हो गया। आरोप है कि कोचर दंपत्ति और धूत ने मिलकर करीब 3250 करोड़ रुपये का घोटाला किया। इसी मामले में तीनों की गिरफ्तारी हुई है।

आगे भी चलता रहा लोन का खेल

ICICI बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप को 3250 करोड़ का लोन दिया था। उसके 6 महीने बाद मेसर्ससुप्रीम एनर्जी ने मैसर्स न्यूपावर रिन्यूएबल्स को 64 करोड़ का लोन दिया। मेसर्ससुप्रीम एनर्जी धूत के स्वामित्त वाली कंपनी है, जबकि मैसर्स न्यूपावर रिन्यूएबल्स में दीपक कोचर की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

देना पड़ा था इस्तीफा

इस मामले में ICICI बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। जिसमें कोचर दंपत्ति के भ्रष्टाचार की बात कही गई। मामले को गर्माता देख चंदा कोचर ने 2018 में सीईओ और एमडी पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। ईडी भी इस जांच में जुड़ी हुई है। इस मामले में जस्टिस बी.एन. श्रीकृष्णा समिति ने भी अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें चंदा कोचर पर लगे आरोपों को सही पाया गया। समिति ने माना कि चंदा के अनुमति से ही ये बैंकिंग फ्रॉड हुआ, जिसमें उनके पति को फायदा पहुंचाया गया।

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