Hindu Jagran Vedike: ‘चंपा षष्ठी पर गैर हिंदू ना लगाएं कुक्के मंदिर में दुकानें’…हिंदू जागरण वेदिके का ऐलान
Hindu Jagran Vedike: दक्षिणपंथी भारतीय हिंदू कार्यकर्ता समूह हिंदू जागरण वेदिके और हिंदू जागरण फोरम अपने एक विवादित पोस्टर को लेकर सुर्खियों में है। उसने दक्षिण कन्नड़ जिले के सुब्रमण्य में कुक्के मंदिर की दीवारों पर पोस्टर लगाया है, जिसमें उसने ‘चंपा षष्ठी’ के दौरान मंदिर में अन्य समुदायों की दुकानों और स्टालों पर रोक लगाने की बात कही है। आपको बता दें कि 29 नवंबर को है। इस खास मौके पर मंदिर में खास उत्सव होता है, इस दिन लाखों की संख्या में भक्तगण मंदिर में दर्शन करने आते हैं। मंदिर परिसर में मेले जैसा माहौल होता है, यहां पूजा-पाठ के सामानों के साथ-साथ खाने-पीने के भी स्टॉल लगते हैं, जिसमें दूसरे धर्म के लोगों की भी दुकानें होती है।
हिंदू जागरण वेदिके और हिंदू जागरण फोरम का कहना है कि देश में हिंदू लोगों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जा रहा है। देश में लगातार लवजिहाद और धर्मांतरण जैसी घटनाएं बढ़ रही है इसलिए मंदिर परिसर पर गैर हिंदुओं के स्टॉल नहीं लगने चाहिए।
लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं
आपको बता दें कि कुक्के मंदिर आस्था का मानक है। जहां हर साल लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं। ये दक्षिण कन्नड़ के सुब्रमण्या गांव में स्थित है, जहां भगवान सुब्रह्मण्य की पूजा होती है, जो सभी नागों के स्वामी कहे जाते हैं। कहते हैं इस मंदिर में जो भी मांगा जाता है, वो मुराद जरूर पूरी होती है। वैसे यहां लोग मुख्यत: सर्प दोष को दूर करने के लिए आते हैं।
मालूम हो कि अगहन माह या मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को चंपा षष्ठी होती है। इस दिन भगवान शिव के मार्कंडेय स्वरूप पूजा होती है। अब चूंकि सर्प भगवान शिव के गले के हार हैं इसलिए कुक्के मंदिर में इस दिन खास पूजा होती है। हालांकि स्कंदपुराण के अनुसार यह दिन भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय को भी समर्पित है इसलिए इसे स्कंद षष्ठी भी कहते हैं। लोग इस दिन व्रत रखते हैं और फलाहार करते हैं। इस बार षष्ठी तिथि का प्रारंभ 28 नवंबर दिन सोमवार को दोपहर 01 बजकर 35 मिनट से हो जाएगा लेकिन उदयातिथि के अनुसार, चंपा षष्ठी का व्रत 29 नवंबर को ही होगा।