ED ने एक अहम कार्यवाही करते हुए गुरुवार को पूर्व आईएएस संजय गुप्ता व उनकी पत्नी नीलू गुप्ता की 36 करोड़ 12 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की है. प्रवर्तन निदेशालय ED ने इस कार्यवाही में नीसा ग्रुप ऑफ कंपनीज की आधा दर्जन कंपनी व फर्म, उनके 4 फ़लैट, कैम्बे होटल, चांगोदर, विसापुर, दस्क्रोई की फैक्टरी व प्लाॅट आदि को अहमदाबाद प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर लिया है. ईडी ने गुप्ता दंपती की 36 करोड़ 12 लाख की संपत्ति जब्त की है.
संजय गुप्ता ने वर्ष 2011 से 2013 तक अहमदाबाद गांधीनगर मेट्रोलिंक प्रोजेक्ट के अध्यक्ष रहते करीब 66 करोड़ रुपए का घपला किया था. गुप्ता ने डर्मी कंपनी व फर्म बनाकर मेट्रो प्रोजेक्ट के काम आने वाली हर चीज अपनी इन फर्जी कंपनी व फर्म के माध्यम से बेचते रहे, उन्होंने करीब 65 करोड 73 लाख रु का माल मेट्रो को बेचा जिसमें भारी अनियमितताओं के अलावा फर्जी बिल व इनवॉइस पकड़े गए.
कई ठेकेदारों से भी मोटा कमीशन खाया
गुप्ता ने इस प्रोजेक्ट से जुड़े कई ठेकेदारों से भी मोटा कमीशन खाया. कई लोगों को उन्होंने भुगतान ही नहीं किया. सीआईडी क्राइम की एफआईआर व आरोप पत्रके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी इन संपत्तियों को जब्त किया. गुप्ता वर्ष 1985 बैच के आईएएस थे, तथा 2002 में उन्होंने स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर होटल व रिसोर्ट के बिजनेस में उतर गए थे. वर्ष 2011 में उन्हें गुजरात सरका रने मेट्रो प्रोजेक्ट का चैयरमेन बनाया इस दौरान ही उन्होंने यह घोटाले किए. इन मामलों में वे कई माह तक जेल की हवा भी खा चुके हैं.