अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

छत्तीसगढ़

Durg: बिजली बिल के नाम पर ठगी, एक आरोपी गिरफ्तार, शातिर ठग इस तरह करते हैं पैसों का ट्रांजेक्शन

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, दुर्ग। झारखंड के जामताड़ा में रहकर लोगों को बिजली बिल बकाया होने और कनेक्शन काटने के नाम पर लल धोखाधड़ी करने वाले कुख्यात जमताड़ा गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया गया है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस को पांच दिनों तक रेकी करने के बाद यह सफलता मिली है। इन आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।

भिलाई निवासी पुष्पेंद्र से की गई थी ठगी

दुर्ग जिले के सुंदर नगर कोहका भिलाई निवासी पुष्पेन्द्र गजेन्द्र ने 14 सितंबर जुलाई को स्मृति नगर चौकी स्मृतिनगर रिपोर्ट दर्ज करायी कि 10 जुलाई 2022 को मेरे मोबाईल नम्बर पर एक अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल नम्बर से व्हाट्स ऐप मैसेज आया कि आप का बिजली कनेक्शन काट दिया जायेगा। बिजली बिल जमा नहीं हुआ है। और यदि बिजली कनेक्शन कटने से रोकना चाहते है। तो हमारे द्वारा दिये गये बिजली विभाग के मोबाईल नम्बर पर अधिकारी से बात करें।

क्विक स्पोर्ट वेप डाउनलोड करवाया, फिर उड़ाए पैसे

इस तरह के मैसेज के बाद पीड़ित पुष्पेंद्र ने आरोपी द्वारा व्हाट्स ऐप पर भेजे गये मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क किया। जिस पर एक व्यक्ति ने अपने आप को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुये बिजली कनेक्शन काटने से रोकने हेतु अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करने के लिए, एक और नया मोबाइल नम्बर दिया गया। जिस पर प्रार्थी के द्वारा सम्पर्क करने पर उसके द्वारा Quick Support नामक एप डाउनलोड कराया गया। जिससे प्रार्थी के बैंक खाते से 148030 रुपए कट गया है।

See also  बीजापुर छत्तीसगढ़,IED बम को जवानों ने किया नष्ट,नक्सलियों की साजिश नाकाम

MPL गेमिंग एप में लगाए ठगी के पैसे

आरोपियों कें गिरोह ने पहले पीड़ित को झांसे में लेकर मोबाईल फोन पर Quick support नामक एप्प डाउनलोड कराया गया और प्राथी के खाते से एक लाख 48 हजार रूपये को कोटक महिन्द्रा बैंक एवं MPL Gamming App में ट्रांसफर कर लिये थे। बाद में रंजीत मण्डल द्वारा बैंक में ट्रांसफर किये गये रकम को निकाल कर आपस में बांट लिये थे।

मोबाइल नम्बरो से हुई आरोपी की पहचान

एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर अपराध पंजीबद्ध कर जांच में लिया। आरोपियों ने पैसा ट्रांसफर करने के बाद मोबाइल नंबर को बंद कर दिया था। इस वजह से पुलिस को पता लगाने में थोड़ी परेशानी हुई। सायबर सेल की टीम ने तकनीकी आधार पर अज्ञात आरोपी के द्वारा घटना में इस्तेमाल किये गये, मोबाइल नम्बरों को ट्रैस किया फिर उनका CDR निकाला गया। इस दौरान कुछ नाम पुलिस को मिले। फिर और एक टीम झारखण्ड के जमताड़ा के लिए रवाना किया गया। पिछले पांच दिनों से पुलिस की टीम जामताड़ा में रोड ठेकेदार बनकर रेकी।लेकिन गिरोह के तीन सदस्य फरार हो गए। एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है।आरोपियों की स्थानीय स्तर पर पतासाजी कर रेकी की गई। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी मुकेश को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने जप्त किए लैपटॉप और मोबाइल

आरोपी मुकेश मण्डल की निशान देही पर उसके घर से घटना में प्रयुक्त 02 नग एण्ड्रायड मोबाईल व सिम कार्ड 01 नग लैपटॉप , 02 नग की – पेड मोबाईल फोन , 03 नग मोबाईल, ठगी गई रकम 35,500 रुपये बरामद कर जप्त किया गया। प्रकरण के अन्य आरोपी अजय मण्डल , अक्षय उर्फ पिन्टू मण्डल , रंजीत मण्डल की पतासाजी उनके निवास में दबिश देकर की गयी किन्तु मुकेश मण्डल के पकड़े जाने की जानकारी मिलने के कारण उक्त आरोपी फरार हो गये । फरार आरोपियों की पतासाजी सायबर पुलिस स्टेशन जामताड़ा के सहयोग से की जा रही है ।

See also  वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर बोले CM बघेल- रानी लक्ष्मी बाई शौर्य और नारी शक्ति की मिसाल