पिछले कई महीनों से सुस्त चल रहा बाजार गुलजार हो गया। धनतेरस पर सुबह से सड़कों से लेकर संस्थानों तक भीड़ उमड़ी रही और लोगों ने जमकर खरीदारी की। सबसे खास बात यह रही कि इस धनतेरस कार-बाइक अपनी फुल स्पीड में भागे। कीमत ज्यादा होने के कारण घबरा रहे सराफा कारोबारियों के चेहरे खिल उठे। सभी सेक्टरों को मिलाकर पिछली धनतेरस की तुलना में इस साल छत्तीसगढ़ का कारोबार 30 फीसद बढ़ोतरी के साथ 1500 करोड़ पार हो गया। छत्तीसगढ़ के कारोबार में सर्वाधिक योगदान ऑटोमोबाइल सेक्टर का रहा। ऑटोमोबाइल और सराफा के बाद सबसे ज्यादा बढ़ोतरी वाले सेक्टरों में मोबाइल की बिक्री जबरदस्त रही। बताया जा रहा है कि पूरे इलेक्ट्रॉनिक्स सेग्मेंट की बिक्री में मोबाइल की बिक्री का बड़ा योगदान है।
बर्तनों की भी चमक बढ़ी : पिछल साल की तुलना में बर्तनों की चमक में भी जबरदस्त बढ़ोतरी रही। होम एप्लयांसेस मार्केट में चल रहे ऑफरों का फायदा लोगों ने जमकर उठाया और इस सेक्टर में करीब 20 फीसद की तेजी रही। गोल बाजार स्थित बर्तन दुकानों के साथ ही होम एप्लयांसेस के बड़े-बड़े संस्थानों में भी लोगों की जबरदस्त भीड़ लगी रही।
सराफा में 30 फीसद ज्यादा कारोबार
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का प्रभाव इसकी खरीदारी में नहीं पड़ा और लोगों ने जमकर पसंदीदा आभूषणों की खरीदारी की। रजवाड़ा कलेक्शन, ब्राइडल कलेक्शन और लाइटवेट गहनों की बुकिंग लोगों ने शुभ मुहूर्तों के लिए पहले से ही करा ली थी। धनतेरस के दिन गहनों के साथ ही क्वाइन की भी खरीदारी रही। इस साल सोने की कीमतों में बढ़ोतरी रही, लेकिन इसके बावजूद सराफा कारोबार में 30 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी रही। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण गहनों के नए कलेक्शन के साथ ही ज्वेलरों द्वारा दिए जाने वाले ऑफर माने जा रहे है।
छत्तीसगढ़ की सड़कों पर उतरीं 50 हजार बाइक और 4500 कारें
धनतेरस का बाजार उभारने में सबसे बड़ा योगदान ऑटोमोबाइल सेक्टर का रहा। बताया जा रहा है कि दशहरे से लेकर धनतेरस तक की स्थिति में प्रदेश की सड़कों पर 50 हजार से अधिक बाइक और 4500 से अधिक कारें उतरी हैं। इनके साथ ही कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट और कमर्शियल वाहनों की भी जमकर खरीदारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि अकेले ऑटोमोबाइल का कारोबार ही 600 करोड़ पार कर गया। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी पिछले साल की तुलना में 25 से 30 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
दोपहर बाद जबरदस्त खरीदारी, देर रात तक चली
ज्वेलरी, कार-बाइक, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन की खरीदारी में दोपहर बाद जबरदस्त तेजी रही और संस्थानों में ग्राहकों की भीड़ देर रात तक चलती रही। संस्थानों में बढ़ी भीड़ का एक कारण यह भी रहा कि दो दिन बाद शुक्रवार को मौसम थोड़ा खुला और लोगों ने खरीदारी में फुर्ती दिखाई। संस्थानों ने ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए अलग से काउंटरों के साथ ही वाहन पार्किंग के लिए भी अलग से व्यवस्था की।