CM कल से करेंगे बस्तर दौरा : सुकमा के कोंटा विधानसभा के गांवों में भेंट-मुलाकात से होगी शुरुआत, सुरक्षा बढ़ी
एक सप्ताह के गैप के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विधानसभावार दौरा बुधवार को फिर से शुरू हो रहा है। इस बार उनका ठिकाना बस्तर संभाग होगा। मुख्यमंत्री सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा क्षेत्र से भेंट-मुलाकात की शुरुआत करने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने चार मई को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की सामरी विधानसभा से इस दौरे के पहले दौर की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने जो शेड्यूल तय किया है। उसके मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 18 मई को रायपुर से रवाना होकर कोंटा पहुंचेंगे। यहां तीन गांवों में उनकी भेंट-मुलाकात का कार्यक्रम तय है। हालांकि अभी उन जगहों का नाम सामने नहीं आया है। 19 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीजापुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे। यहां ग्रामीणों से मुलाकात और बातचीत के बाद 20 मई को वे दंतेवाड़ा में पहुंच जाएंगे।
बताया जा रहा है कि उसी रोज शाम को वे दंतेवाड़ा से रायपुर लौट आएंगे। 21 और 22 मई को उन्हें रायपुर में स्थानीय कार्यक्रमों-बैठकों आदि में शामिल होना है। 23 मई से वे फिर बस्तर के बचे हुए विधानसभा क्षेत्रों की ओर निकलेंगे। इसमें केशकाल, कोण्डागांव, चित्रकोट, जगदलपुर और बस्तर विधानसभा क्षेत्र का दौरा होगा। 28 मई तक उन्हें उसी क्षेत्र में रहना है। इस प्रवास के दौरान प्रभारी मंत्री कवासी लखमा उनके साथ होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि वे सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक दिन के लिए जाएंगे। वहां लोगों से मुलाकात कर सरकार और प्रशासन के बारे में फीडबैक लेंगे। उनकी मांग और शिकायत सुनेंगे। इसके साथ ही स्थानीय अधिकारियों के साथ योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा भी करेंगे।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष तैनाती
मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष तैनाती की है। बताया जा रहा है, कई क्षेत्रों से नक्सली गतिविधियों के इनपुट मिले हैं। इसको देखते हुए इलाके में गश्त तेज हुई है। जरूरत पड़ने पर रोड ओपनिंग पार्टी और अतिरिक्त बलों को भी तैयार रखा गया है।
2 जून तक बस्तर का दौरा पूरा होगा
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा 2 जून तक पूरा कर लेंगे। यात्रा के तीसरे चरण की शुरुआत 30 मई से होगी। इस दौर में नारायणपुर, कांकेर, अंतागढ़ और भानुप्रतापुर विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री की चौपाल लगनी है। यह चरण पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री एक बार फिर सरगुजा संभाग की विधानसभा सीटों के लिए जाएंगे।