अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ में सियासी बेहद गर्म कर देने वाला बयान देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की बात कही है। दरअसल दोनों दिग्गज नेताओं के बीच ईडी के छापे के बाद वार पलटवार का दौर चल रहा है।
भूपेश बघेल करेंगे रमन सिंह पर मानहानि का दावा
बुधवार को रायपुर के पुलिस लाइन हेलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि डॉ. रमन सिंह ने आपत्तिजनक बयान देते हुए उनको सोनिया गांधी का एटीएम और कोयले में प्रति टन 25 रुपए लेने वाला कहा है। उन्होंने आगे बेहद सख्त लहजे में कहा कि रमन सिंह को अपने आरोपों को प्रमाणित करना चाहिए, अन्यथा वह उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। भूपेश बघेल ने कहा की ऐसा ना करने की स्थिति में वह पूर्व सीएम रमन सिंह पर मानहानि का दावा करेंगे।
जानिए, सीएम भूपेश ने क्यों कहा, रमन सिंह मांगे, नही तो करूंगा कानूनी कार्रवाई
अधिकारियों को धमकाना बंद करें रमन सिंह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व सीएम रमन सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि रमन सिंह राज्य के अधिकारियों को डरा रहे हैं, इसका अर्थ है कि वह खुद डरे हुए हैं और उनको जमीनी हकीकत की जानकारी है। उन्होंने भाजपा की दुर्गति का जिक्र करते हुए कहा कि रमन सिंह अपनी खीझ अधिकारियों पर निकाल रहे हैं। भाजपा के शासनकाल में वही अधिकारी अच्छे थे। अब कांग्रेस की सरकार में वही अधिकारी खराब हो गए। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अधिकारियों को जो जिम्मेदारी दी गई,वह उसपर अपना काम कर रहे हैं। इसलिए उनको धमकाना बंद करें।
मूणत ने जारी किया बयान,कहा-
भाजपा कार्रवाई से नहीं डरती सीएम भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस परिपेक्ष्य को समझना होगा कि छत्तीसगढ़ में ईडी की रेड इस बात को प्रमाणित करती हैं कि भ्रष्टाचार की जड़ें नीचे तक पहुंची हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के मुखिया है,वह कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता और कायकर्ता इतने कमजोर नहीं हैं, जो धमकियों से डर जाएं। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई का जनता समर्थन कर रही हैं।
आखिर क्या कहा था रमन सिंह ने ?
मंगलवार को छत्तीसगढ़ में ईडी के छापेमार कार्रवाई के बाद भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा था कि आज देश और दुनिया के सामने छत्तीसगढ़ आज शर्मसार हुआ है कि राज्य में भ्रष्टाचार के नए आयाम तय किये जा रहे हैं। हमने कभी कल्पना नहीं कि थी 40 अधिकारियों के घरों में ED छापे मारेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोनिया गांधी का एटीएम हैं। छत्तीसगढ़ में 25 रुपये प्रति टन कोयला के ऊपर से अवैध वसूली हो रही है। कोरबा शहर में पान ठेला वाला से लेकर चाय दुकान वाले और चपरासी , कलेक्टर सभी जानते है,कि पैसा कहां जा रहा है।रमन सिंह ने आगे कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में शायद यह पहली बार हुआ है कि आईएसएस अधिकारियों के घर ईडी की इतनी बड़े पैमाने पर रेड पड़ी हो।
छापे में IAS अधिकारी के ठिकाने से मिले 4 करोड़
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह छत्तीसगढ़ के कई शहरों में ईडी ने छापामार कार्रवाई की थी। इस छापे के दौरान प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने राज्य के एक IAS अधिकारी के घर से लगभग चार करोड़ रुपये की नकदी, सोना, करोड़ों की ज्वैलरी और दस्तावेज बरामद किये हैं। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह सब सामान किसके घर से बरामद किया गया है। बहरहाल मिली जानकारी के मुताबिक ईडी की कार्रवाई आज भी जारी है । इधर इस खुलासे पर भाजपा प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने ट्विट करके लिखा है कि आज एक डायलॉग याद आ रहा है…अभी फाइलों से थोड़ी धूल ही झाड़ी है,चीख-पुकार शुरू हो गई… भूपेश जी आपका कार्यकाल भ्रष्टाचार का काला अध्याय साबित हो चुका है।
रायगढ़ कलेक्टर के बंगले में पड़ा था छापा
मंगलवार को ईडी की टीम ने रायपुर, भिलाई, दुर्ग, महासमुंद, रायगढ़ में IAS अफसर, सीए समेत कई कांग्रेस नेताओं के यहां छापामार करवाई की है। रायपुर के देवेंद्र नगर में शहर के नामी CA विजय मालू के अतिरिक्त रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू के निवास, महासमुंद में कांग्रेस के दिग्गज नेता अग्नि चंद्राकर, अनुपम नगर में कांग्रेस नेता सूर्यकांत तिवारी के यहां छापा मारा था । साथ ही माइनिंग हेड IAS अधिकारी जेपी मौर्या के रायपुर स्थित आवास में भी ED ने छापा मारा था।