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छत्तीसगढ़ शिक्षा

CG बोर्ड परीक्षा के परिणाम जारी, 10वीं में सुमन और सोनाली तो 12वीं में कुंति साव ने मारी बाजी ।

रायपुर। CG बोर्ड के रिजल्ट जारी कर दिए गए। 10वीं में रायगढ़ की सुमन पटेल, कांकेर की सोनाली और 12वीं में रायगढ़ की कुंति साव ने टॉप किया है। छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स के लिए शनिवार को 10वीं और 12वीं के रिजल्ट आ गए। हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी परीक्षा के ये परीक्षा परिणाम दोपहर 12 बजे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने रिजल्ट जारी किया। दसवीं की परीक्षा में 74.23% स्टूडेंट्स पास हुए, जिनमें लड़कियों का प्रतिशत 78.84 और लड़कों का प्रतिशत 69.7 रहा। 12वीं की परीक्षा में 79.30% स्टूडेंट पास हुए। इसमें लड़कियों का प्रतिशत 81.15 और लड़कों का प्रतिशत 77.0 3 रहा।

10वीं की परीक्षा में कुल 15, 983 स्टूडेंट्स सप्लीमेंट्री आए हैं। वहीं 294 परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिनके परिणाम रोक दिए गए हैं। इनके अलावा 115 स्टूडेंट्स के रिजल्ट नकल प्रकरण के चलते रोक दिए गए हैं। 28 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके परिणाम बाद में जारी किए जाएंगे।

दसवीं की परीक्षा में 3,63,301 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। जिसमें 2,69,478 स्टूडेंट पास हुए। हाई स्कूल 12वीं की परीक्षा में 2,87,673 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इसमें से 2,27,991 स्टूडेंट पास हुए। स्टूडेंट्स रिजल्ट मण्डल की वेबसाइट https://www.cgbse.nic.in और https://www.results.cg.nic.in पर देख सकेंगे।

हेल्पलाइन नंबर जारी 

इससे पहले शुक्रवार को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने एग्जाम से जुड़े कंफ्यूजन दूर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इसमें विद्यार्थी, शिक्षक और पैरेंट्स सुबह 10.30 बजे शाम 5 बजे तक बात कर सकेंगे। टोल फ्री नम्बर 18002334363 जारी किया गया है। इस नंबर पर मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक, कैरियर काउंसलर स्टूडेंट्स को रिजल्ट के बाद किसी भी तरह की परेशानी पर बात करेंगे। अगली क्लास में विषयों के चयन के संबंध में बात कर सकेंगे।

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दो साल बाद ऑफलाइन परीक्षा
पिछली बार कोरोना संक्रमण की वजह से दसवीं की परीक्षा नहीं हुई थी। असाइनमेंट के आधार पर रिजल्ट जारी किए गए थे। बारहवीं की परीक्षा भी छात्रों ने घर से दी थी। तब जहां छात्र पढ़ते थे, उन्हीं स्कूलों से परीक्षा के लिए आंसरशीट और प्रश्नपत्र का वितरण किया गया था। आंसर लिखने के बाद छात्रों ने संबंधित स्कूलों में ही कापियां जमा की। इस बार छात्रों को संबंधित सेंटर में जाकर पेपर लिखना था, जैसा परीक्षा का आम पैटर्न हुआ करता है।