Central State Minister Renuka Singh अपने एक दिवसीय प्रवास पर नवगठित मनेंद्रगढ़ जिला पहुंची सरगुजा सांसद रेणुका सिंह ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। वहीं उन्होंने एसईसीएल के महाप्रबंधक को कड़ी चेतावनी दी है। इसके साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के सवाल का भी जवाब दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े, भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल समेत भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अधिकारियों को दी चेतावनी
कहा भुगतने पड़ेंगे परिणाम केंद्रीय राज्यमंत्री मनेन्द्रगढ़ में अपने विवादित बयान को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। पत्रकारों के सवाल पर अधिकारियों को भी चेतावनी दे डाली, जब उनसे सवाल पूछा गया कि केंद्रीय मंत्री होने के बाद भी कलेक्टर, एसपी, यहां तक कि एक पटवारी नहीं पहुंचे, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से हमें कोई उम्मीद भी नहीं है। समय आने पर अधिकारियों को भी गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। वहीं कोल माइंस की एक महिला की अनुकंपा नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने एसइसीएल महाप्रबंधक को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही पत्र का निराकरण करें अन्यथा मामले में कार्यवाही करने स्वयं निर्देशित करेंगी। इससे पहले भी रेणुका सिंह बलरामपुर में अधिकारियों को बेल्ट से मारने वाले बयान को लेकर चर्चा में रहीं।
संगठन तय करता है, कौन चुनाव लड़ेगा
कौन दरी बिछएगा केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को लेकर कहा कि भाजपा में सभी फैसले संगठन करती है। उन्होने कहा मुझे जो जिम्मेदारी मिली है, उसका निर्वहन मैं कर रही हुं, आगे विधानसभा या लोकसभा लड़ूंगी यह संघटन तय करेगा। उन्होंने कहा कि कोई मायने नहीं रखता कि कोई आदिवासी ही मुख्यमंत्री हो। पार्टी तय करती है, कौन चुनाव लड़ेगा और कौन दरी बिछएगा। यानी पार्टी क्षमता के अनुरूप तय करती है।
आदिवासियों के हक के लिए भाजपा करेगी आंदोलन
केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने सर्व आदिवासी समाज के प्रदर्शन को लेकर कहा कि बीजेपी की सरकार ने 32 प्रतिशत का आरक्षण दिया था, अब कांग्रेस सरकार अधिकार छीन रही है। आदिवासियों की पीड़ा जायज है जिसे लेकर भाजपा भी आंदोलन करेगी। छतीसगढ़ में राम वन गमन पथ को लेकर राशि नहीं मिलने के आरोप पर कहा कि राज्य सरकार प्रस्ताव भेजेगी तो फंड रिलीज होगा। केंद्र सरकार ने किसी भी योजना का पैसा नहीं रोका। राजनीति और अध्यात्म अलग-अलग है।