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BSF के जवान पहुंचे School, बच्चों को दी हथियारों की जानकारी, बताया- सेना में भर्ती कैसे हों

अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, रायपुर। भारत की सीमा पर तैनात होकर देश के लिए दुश्मनो के दांत खट्टे करने का जब्ज़ा रखने वाले फौजी नई पीढ़ी को भी सेना में भर्ती होने का हौसला दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में BSF यानी सीमा सुरक्षा बल के अफसरों ने स्कूली बच्चों के साथ संवाद किया। BSF कमांड मुख्यालय रायपुर के अतिरिक्त महानिदेशक आशीष गुप्ता आईपीएस एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय विद्यालय राखी तथा भारत माता सीनियर सेकेंडरी स्कूल नया रायपुर का भ्रमण किया और विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ वार्तालाप किया ।

सेना के अधिकारियों को देखकर बच्चे हुए उत्साहित बच्चों को संबोधित करते हुए आशीष गुप्ता अतिरिक्त महानिदेशक कमांड हेड क्वार्टर सीमा सुरक्षा बल रायपुर ने कहा कि हमें मालूम है कि आप लोगों ने जिन जोरदार तालियों से हमारा स्वागत किया है वे तालियां हमारे लिए नहीं बल्कि उस वर्दी के लिए है, जिसे हम लोगों ने धारण कर रखा है। उन्होंने बताया कि वर्दी हम में अनुशासन, कर्तव्य परायणता, इमानदारी, समर्पण, सेवा, साहस, जोश और त्याग की उच्चतम स्तर की भावना को पैदा करता है।

इन्हीं कारणों से बीएसएफ जैसी फोर्स को पेशे के रूप में चुनकर विद्यार्थी अपने मूल्यवान आकांक्षाओं और सपनों को पूरा कर सकते हैं । सेना में शामिल होने वालों को अपनी सेवाओं के लिए उन्हें अच्छी मासिक वेतन और अन्य भत्ते तथा सुविधाएं जैसे कि घर, चिकित्सा ,यात्रा इत्यादि भी मिलती है । उन्होंने विद्यार्थियों से खासकर लड़कियों से बीएसएफ को एक कैरियर के रूप में चुनने हेतु विचार करने का आग्रह भी किया।

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BSF वालो ने बताये अपने अनुभव सेना का अफसर बी एस सिंधु कमांडेंट एवं विजय कायरकर कमांडेंट ने केंद्रीय विद्यालय और भारत माता सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को बीएसएफ में भर्ती प्रक्रिया , मिलने वाले सैलरी और अन्य भत्तों तथा करियर प्रोग्रेशन के बारे में जानकारी दी । इस अवसर पर बीएसएफ के ऊपर बनी एक छोटी चलचित्र का भी प्रदर्शन विद्यार्थियों के लिए किया गया। इस उत्साहवर्धक चलचित्र को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा काफी सराहा गया। महिला इंस्पेक्टर ज्योति साहू और महिला सब इंस्पेक्टर मिनिस्ट्रियल लेनू ने बीएसएफ में अपनी यात्रा वृतांत और अनुभवों के बारे में बताकर विद्यार्थियों खासतौर पर लड़कियों को बहुत प्रभावित किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि बीएसएफ को ज्वाइन करने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो गई और गांव में उनका तथा उनके परिवार का सम्मान बढ़ गया और आज कैसे देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने हेतु कठिन कार्य करने में वे आत्म संतुष्टि महसूस करते हैं।

जब बच्चों ने उठाये हथियार सेना के अधिकारियों की तरफ से विद्यार्थियों के लिए आधुनिक हथियारों की एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था, जिसमें उन्हें बीएसएफ में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न आधुनिक हथियारों जैसे एके-47 एसॉल्ट राइफल, यूबीजीएल, 9 mm बरेटा, 51 एमएम मोर्टार, 5.56 एमएम इंसास राइफल तथा LMG, हैंड ग्रेनेड ,राइफल ग्रेनेड इत्यादि आधुनिक हथियारों को दिखाया गया और उनके बारे में विद्यार्थियों को बताया गया, साथ ही साथ स्टूडेंट्स को बीएसएफ द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विशेष तकनीकी यंत्रों जैसे डी एस एम डी, एच एच एम डी, HHTI, NVD इत्यादि को दिखाया गया और उनके बारे में जानकारी दी गई ।

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बच्चो को मिला आर्मी वालों से तोहफा सेना में जाने की चाहत रखने वाले बच्चो में स दौरान गज़ब का उत्साह देखा गया। सेना से संवाद के दौरान युवा विद्यार्थी इन हथियारों और यंत्रों को अपने हाथ में पकड़ने से काफी उत्साहित थे। उनका उत्साह और खुशी उनकी आंखों में स्पष्ट झलक रहा था। इस कार्यक्रम में पांचवी से 11वीं कक्षा के लगभग 700 विद्यार्थियों एवं 40 शिक्षकों और अन्य स्टाफ ने भाग लिया। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल द्वारा विद्यार्थियों को एक स्पोर्ट्स कीट, जिसमें क्रिकेट किट और फुटबॉल शामिल है, भेंट स्वरूप प्रदान किया गया।