अनादि न्यूज़

सबसे आगे सबसे तेज

देश

Birthday Special : ए. आर. रहमान से जुड़े कुछ अनजानें किस्से जाने यहां

मशहूर म्यूजिक कंपोजर ए. आर. रहमान ना सिर्फ ना सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी फेमस हैं। ए. आर. रहमान ने करीब 1 दशक तक हॉलीवुड में जमकर काम किया है। फिल्म ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के म्यूजिक के लिए रहमान को ऑस्कर पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। ए. आर. रहमान 6 जनवरी को अपना 56वां बर्थडे मना रहे हैं। उनका जन्म तमिलनाडु में हुआ था। ए. आर. रहमान का बचपन काफी गरीबी में बीता था। जब ए. आर. रहमान सिर्फ 9 साल के थे, उसी समय उनके पिता का निधन हो गया। जीवन में एक समय ऐसा भी आया था, जब रहमान आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे थे।

आपको Birthday Special में ए.आर. रहमान के जीवन से जुड़े कुछ खाश बातें :

15 साल की उम्र में छोड़ना पड़ा स्कूल : ए. आर. रहमान का बचपन काफी तंगहाली में बीता था। जब वह सिर्फ 9 साल के थे, उस समय उनके पिता का निधन हो गया था। उस समय रहमान स्कूल में पढ़ते थे। परिवार की मदद के लिए उन्हें काम करना शुरू करना पड़ गया था। इस वजह से वह परीक्षाओं में फेल होने लगे थे। गरीबी का आलम यह था कि उन्हें घर के वाद्ययंत्रों को भी बेचना पड़ गया था। 15 साल की उम्र में उपस्थिति कम होने की वजह से उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ गया था।

25 साल की उम्र तक आत्महत्या के बारे में सोचा :

ए. आर. रहमान का पूरा बचपन गरीबी में बीता था। इससे तंग आकर 25 साल की उम्र तक वह आत्महत्या करने के बारे में ही सोचते थे। आखिरकार उन्होंने अपने हुनर को अपना हथियार बनाया और खुद को इस स्थिति से बाहर निकालने के बारे में सोचा। 1991 से रहमान ने संगीत बनाना शुरू किया। उन्हें मणिरत्नम ने अपनी फिल्म ‘रोजा’ में संगीत देने का मौका दिया और उनकी गाड़ी चल पड़ी।

See also  नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, कराया गर्भपात, मामला दर्ज

हिन्दू परिवार में हुआ था जन्म :

ए. आर. रहमान का जन्म हिन्दू परिवार में हुआ था। उनका असली नाम दिलीप कुमार था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में रहमान की बहन की तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गयी थी। इस बीच उनकी मुलाकात कादरी से हुई। उनकी सेवा करने के बाद रहमान की बहन पूरी तरह से ठीक हो गयी। इसके बाद ही उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ अपना धर्म बदलकर इस्लाम धर्म अपना लिया और अपना नाम दिलीप कुमार से अल्लाह रक्खा रहमान रख लिया।

सेल्फी लेते समय लोगों ने कर दिया शर्मिंदा :

साल 2013 में फिल्म ‘फ्रोजन’ के लिए डिज्नी की तरफ से एक पार्टी दी गयी थी। खास बात यह थी कि उस दिन वॉल्ट डिज्नी का 90वां जन्म भी था, जिसके लिए उनकी एक मूर्ति वहां लगायी थी। इस पार्टी में ए. आर. रहमान को भी बुलाया गया था। वॉल्ट डिज्नी की मूर्ति के साथ रहमान ने एक सेल्फी लेने के बारे में सोचा लेकिन जैसे ही वह सेल्फी लेने गये वहां मौजूद करीब 100 लोग उन्हें घूरकर देखने लगे थे। उस पार्टी में ए. आर. रहमान ही एकलौते भारतीय थे।

कई पुरस्कारों से हो चुके हैं सम्मानित :

रहमान को अब तक 6 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो ऑस्कर पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार, एक गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, 15 फिल्मफेयर पुरस्कार और दक्षिण भारतीय फिल्मों के लिए 17 साउथ फिल्म फेयर पुरस्कार मिल चुके हैं। ए. आर. रहमान का चेन्नई में अपना खुद का म्यूजिक स्टूडियो है।