अनादि न्यूज़ डॉट कॉम बलौदाबाजार। बलौदाबाजार जिले के कसडोल ब्लॉक से महज 10 किलोमीटर दूर सिद्धखोल जलप्रपात स्थित है। बारिश के दिनों में यहां का नजारा देखने लायक होता है, यही वजह है कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों से भी लोग यहां पिकनिक मनाने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन अपनी सुरक्षा को ताक पर रखकर लोग यहां मस्ती कर रहे हैं। 90 फीट की ऊंचाई से युवक के वॉटरफॉल से कूदने का भी वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। 90 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाना आपकी जान पर भारी पड़ सकता है। पुलिस-प्रशासन ने ऐसा नहीं करने की चेतावनी लोगों को दी है। पिछले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश से वॉटरफॉल और नदियों में लोगों के डूबने की खबरें सामने आई हैं, ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने पर कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। बारिश के मौसम में सिद्धखोल वॉटरफॉल के आसपास का नजारा काफी मनोरम होता है। इस नैसर्गिक खूबसूरती का लुत्फ उठाने के लिए यहां लगातार सैलानी पहुंच रहे हैं। हालांकि लापरवाही पर कई लोगों का भी कहना है कि ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि अगर बैलेंस बिगड़ा तो व्यक्ति सीधे चट्टान से टकराएगा और उसकी मौत हो जाएगी।
इधर भीड़भाड़ होने के बावजूद सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम सिद्धखोल जलप्रपात में नजर नहीं आ रहे हैं। कसडोल थाना प्रभारी केसी दास ने बताया कि हम ऐसे लोगों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। पिछले दिनों एक एसयूवी गाड़ी भी जब्त की है। झरने के खतरनाक स्थानों पर लोगों का जाना प्रतिबंधित कर दिया है, साथ ही तार से घेरा भी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वॉटरफॉल में आकर बदमाशी करने वाले लोगों पर भी लगाम कसी जा रही है। लोगों को समझाइश भी दी जा रही है कि वे खतरनाक जगहों पर जाने से बचें। बलौदाबाजार जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर कसडोल शहर के पास बारनवापारा जंगलों में पहाड़ियों की बीच सिद्धखोल जलप्रपात स्थित है। इस जलप्रपात को देखने के लिए यहां वॉच टावर भी है। यहां से सिद्धखोल की सुंदरता को आप अच्छी तरह से देख और महसूस कर सकते हैं। यहां सिद्धबाबा का मंदिर भी है, जिनके नाम पर इस जगह को सिद्धखोल कहा जाता है। बारिश के दौरान यहां रहने के लिए शेड की भी व्यवस्था है। सिद्धखोल जलप्रपात के निचले हिस्से में शेर गुफा है, जो चारों तरफ से पेड़, झाड़ियों और पहाड़ियों से घिरा है।