अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, बिलासपुर: जिले में धान के अवैध संग्रहण और परिवहन पर नकेल कसने के लिए प्रशासन ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। सत्यापन के दौरान टोकन के अनुरूप धान उपलब्ध नहीं होने पर कुल 1222 क्विंटल धान का रकबा समर्पण कराया गया। कलेक्टर अवनीश शरण ने निर्देश दिए कि धान खरीदी के आखिरी दिनों में जांच और सत्यापन की प्रक्रिया को और अधिक सघन बनाया जाए, ताकि दलालों और बिचौलियों को कोई मौका न मिले।
खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया ने जानकारी दी कि विभिन्न तहसीलों में उपार्जन केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया गया। तहसील पचपेड़ी के जोधरा केंद्र पर 09 किसानों से 383.20 क्विंटल धान का रकबा समर्पण कराया गया। तहसील मस्तुरी के जैतपुर केंद्र में 278 क्विंटल धान का सत्यापन नहीं हुआ, जिससे 13.5 एकड़ का रकबा समर्पण हुआ। मस्तूरी के ही विद्याडीह केंद्र पर 91 क्विंटल धान का रकबा समर्पण हुआ। तहसील सीपत के जेवरा केंद्र में 470 क्विंटल धान का टोकन कटने के बावजूद किसान के पास धान नहीं मिला। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि धान खरीदी प्रक्रिया के अंतिम चरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रशासन ने दलालों और बिचौलियों को रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी है। सत्यापन में पाई गई गड़बड़ियों को तुरंत ठीक करने और किसानों से पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की अपील की गई है।