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हिन्दूओं के चार धाम में से एक है जगन्नाथ मंदिर, देश-विदेश से आते हैं श्रद्धालु

भारत के पूर्वी घाटों में पुरी अपने सुनहरे समुद्रतटों और मंदिरों के लिए सुविख्यात है, साथ ही साथ कोणार्क का विश्वविख्यात सूर्य मंदिर और भुबनेश्वर का लिंगराज मंदिर- ये दोनों मिलकर पुरी के साथ एक त्रिभुजाकार पर्यटन पथ का निर्माण करते हैं। पुरी का जगन्नाथ मंदिर तो काफी प्रसिद्ध है ही, साथ ही इससे सम्बंधित यहाँ और भी अनेक मंदिर हैं। पुरी के मुख्य सड़क में रथ मेले में लोगों की अपार भीड़ लगती है।

जगन्‍नाथ मंद‍िर

पुरी में जगन्नाथ जी का प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर स्थित हैं। यहां पर भगवान जगन्‍नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की प्रतिमाओं के साथ व‍िराजे हैं। सबसे खास बात तो यह है क‍ि इस मंदिर को हिन्दुओं के चार धाम में से एक गिना जाता है।

पुरी बीच

पुरी में यहां का बीच काफी खूबसूरत हैं। यह बंगाल की खाड़ी पर स्‍थ‍ित‍ हैं। समुद्र तट का खूबसूरत नजारा देखने में काफी शानदार है। यह भी हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थान है। यहां पर बड़ी संख्‍या में दूर-दूर से लोग घूमने आते हैं।

चिलका वन्यजीव अभयारण्य

यहां का एक चिलका वन्यजीव अभयारण्य भी है। इसे चिलका झील के नाम से भी जाना जाता है। चिलका वन्यजीव अभयारण्य 1100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहां पर दुर्लभ प्रजात‍ि के जीव देखने को म‍िलते हैं।

अथरनाला ब्रिज:

अथरनाला ब्रिज का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था। मांडुपुर नदी पर बना है। पुरी नगर के प्रवेश द्वार पर बना यह ब्रिज 85 मीटर लंबा और 11 मीटर चौड़ा है। यहां पर जाड़े के मौसम में घूमना ज्‍यादा अच्‍छा रहता है।

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गुंड‍िचा मंद‍िर:

पुरी का गुंड‍िचा मंद‍िर भी काफी खूबसूरत है। गुंडिचा घर के नाम से भी जाना जाता है। यह भगवान जगन्नाथ मन्दिर से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है। इस मंद‍िर का न‍ि‍र्माण कलिंग वास्तुकला में हुआ है। जो देखने में बेहद खूबसूरत है।