अनादि न्यूज़ डॉट कॉम, तेल अवीव। इजरायल पर हमास के हमले के बाद इजरायली सैनिकों के पलटवार में आतंकवादी संगठन हमास को भारी नुकसान हुआ है और फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इजरायल ने शुक्रवार को गाजा में हवाई हमलों की एक ऋृंखला लॉन्च की थी, जिसमें आतंकवादी संगठन, ‘इस्लामिक जिहाद’ के एक वरिष्ठ आतंकवादी सहित कम से कम सात लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हुए हैं। वहीं, इज़राइल ने कहा है कि, वह इस हफ्ते के शुरू में कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक सीनियर आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद बढ़े तनाव के बीच इस्लामिक जिहाद आतंकवादी समूह को निशाना बना रहा था।
फिर से युद्ध भड़कने की आशंका:
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली हमले के बाद गाजा पट्टी और इजरायल के बीच फिर से युद्ध भड़कने की भारी आशंका है और माना जा रहा है, कि गाजा पट्टी की तरफ से इस्लामिक आतंकवादी संगठन इजरायल पर हमले कर सकता है, जहां करीब 20 लाख फिलिस्तीनी लोग रहते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली हमले में हमास के जिस आतंकवादी की मौत हुई है, वो काफी वरिष्ठ आतंकवादी था और उसकी मौत हमास के लिए बहुत बड़ा झटका है, लिहाजा आशंका जताई जा रही है, कि गाजा पट्टी की तरफ से भी राकेट्स की बरसात की जाएगी और क्षेत्र में एक चौतरफा युद्ध छिड़ने की आशंका जताई जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा शहर में एक विस्फोट सुना गया है, और शुक्रवार दोपहर एक ऊंची इमारत की सातवीं मंजिल से धुआं निकलते देखा गया है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पांच साल की बच्ची सहित सात लोग मारे गए और कम से कम 40 घायल हुए हैं।
इजरायल का ‘ब्रेकिंग डॉन’ ऑपरेशन:
वहीं, एक और आतंकवादी संगठन, जिसका नाम इस्लामिक जिहाद है, उसने कहा कि मारे गए लोगों में गाजा कमांडर तैसिर अल-जबरी भी शामिल है। वहीं, इजरायली सेना ने कहा है कि, वह “ब्रेकिंग डॉन” नाम से चलाए जा रहे एक ऑपरेशन में इस्लामिक जिहादी संगठन हमास को निशाना बना रही थी। इसने घरेलू मोर्चे पर एक “विशेष स्थिति” की भी घोषणा करते हुए फिलस्तीन की सीमा से लगते 80 किलोमीटर के दायरे में तमाम गतिविधियों को रोक दिया है और स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वहीं, तमाम कार्यक्रमों को भी इजरायल ने बंद कर दिया है। इजराइल ने इस सप्ताह की शुरुआत में गाजा के आसपास की सड़कों को बंद कर दिया था और सीमा पर भारी सैनिकों को भेज दिया था, क्योंकि सोमवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इस्लामिक जिहाद नेता की गिरफ्तारी के बाद हमास की तरफ से बदला लेने की पूरी संभावना दिखाई दे रही है। इससे पहले इजरायली और फिलीस्तीनी आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में हमास का एक किशोर आतंकवादी मारा गया था। आपको बता दें कि, इजरायल और हमास ने 15 वर्षों में चार युद्ध और कई छोटी झड़पें लड़ीं हैं और ये तनाव लगातार जारी रहता है।
पिछले साल भी हो चुका है युद्ध:
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच सबसे हालिया युद्ध मई 2021 में हुआ था और इस साल की शुरुआत में भी इजराइल के अंदर हमलों की लहर की गई थी, जब इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में लगभग भारी सैन्य अभियान चलाया था और येरूशलम में अल अक्शा मस्जिद में ऑपरेशन चलाया था, जिसके बाद भी तनाव काफी ज्यादा बढ़ गई थी। वहीं, इस्लामिक जिहाद नेता जियाद अल-नखला ने ईरान से अल-मायादीन टीवी नेटवर्क से बात करते हुए कहा कि, “हम लड़ाई शुरू कर रहे हैं और फिलिस्तीनी प्रतिरोध के लड़ाकों को इस आक्रामकता का सामना करने के लिए एक साथ खड़ा होना होगा।” उन्होंने कहा कि, टकराव में “कोई लाल रेखा नहीं” होगी और उन्होंने इसराइल को हिंसा को दोषी ठहराया। वहीं, हमास के प्रवक्ता फावजी बरहौम ने कहा कि, “इजरायली दुश्मनों ने गाजा के खिलाफ लड़ाई शुरू की और एक नया अपराध किया है, और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी वहन करनी होगी।” इस्लामिक जिहाद संगठन, हमास से छोटा है लेकिन हमास से बड़े पैमाने पर अपनी विचारधारा साझा करता है। दोनों समूह इजरायल के अस्तित्व का विरोध कर रहे हैं और पिछले कुछ वर्षों में कई घातक हमले किए हैं, जिसमें दक्षिणी इजरायल में रॉकेट की गोलीबारी भी शामिल है।
क्या है इस्लामिक जिहाद संगठन:
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस्लामिक जिहाद पर हमास का कितना नियंत्रण है, लेकिन, इजरायल गाजा से होने वाले सभी हमलों के लिए हमास को ही जिम्मेदार मानता है। इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने शुक्रवार को गाजा के पास समुदायों का दौरा किया था और कहा था, कि, इजरायल “ऐसी कार्रवाई कर रहे थे जो इस क्षेत्र से खतरे को दूर कर देंगी।” हालांकि, उन्होंने इससे ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि, “हम इज़राइल के दक्षिण में नियमित जीवन को बहाल करने के लिए आंतरिक लचीलापन और बाहरी ताकत के साथ काम करेंगे।” उन्होंने कहा कि, “हम संघर्ष की तलाश नहीं करते हैं, फिर भी हम अपने नागरिकों की रक्षा करने में संकोच नहीं करेंगे, यदि आवश्यक हो।” इससे पहले शुक्रवार को, कुछ सौ इजरायलियों ने हमास के कब्जे वाले एक बंदी और दो इजरायली सैनिकों के शव की वापसी की मांग को लेकर गाजा पट्टी के पास विरोध प्रदर्शन किया था।
हमास के पास है बॉडी और दो इजरायली नागरिक इजरायल की तरफ से प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व हैदर गोल्डिन के परिवार ने किया था, जो 2014 के गाजा युद्ध में ओरोन शॉल के साथ मारा गया था। वहीं, हमास ने अभी तक इजरायली जवानों की डेड बॉडी के साथ दो इजरायली नागरिकों को बंधक बनाकर रखा हुआ है, जो भटककर गाजा पट्टी की तरफ चले गये थे। ऐसी रिपोर्ट है, कि दोनों नागरिक मानसिक बीमार थे और उन्हें रिहा करने के बदले हमास की तरफ से हजारों फिलीस्तीनी कैदियों में से कुछ को रिहा करने की मांग की गई है। इससे पहले जून में हमास ने एक दुर्लभ वीडियो जारी किया था, जिसमें एक अन्य बंदी, हिशाम अल-सईद, जो कि इज़राइल का एक अरब नागरिक है, उसे अस्पताल के बिस्तर पर ऑक्सीजन मास्क और IV ड्रिप के साथ दिखाया गया था।
इजरायल ने कर रखी है नाकाबंदी आपको बता दें कि, इज़राइल और मिस्र ने पूरे क्षेत्र में एक कड़ी नाकेबंदी बनाए रखी है। इज़राइल का कहना है कि, हमास को अपनी सैन्य क्षमताओं का निर्माण करने से रोकने के लिए लॉकडाउन करने की आवश्यकता है, जबकि आलोचकों का कहना है कि, उसकी यह नीति गाजा के 2 मिलियन फिलिस्तीनी निवासियों की सामूहिक सजा के बराबर है। जबकि, इज़राइल का कहना है कि जब तक सैनिकों के अवशेष और बंदी नागरिकों को रिहा नहीं किया जाता है, तब तक नाकाबंदी हटाने की दिशा में कोई बड़ा कदम नहीं उठाया जा सकता है।